राजस्थान, जिसका अर्थ है "राजाओं का निवास", जिसे पहले राजपूताना कहा जाता था अर्थात "राजपूतों का देश"। राजस्थान किलों, मंदिरों और महलों के लिए जाना जाता है।

राजा राजवारों की धरती राजस्थान अपनी राजपुतानी आनबान और शान के लिए प्रसिद्ध है। राजस्थान की घरती राजा-महाराजाओं और रनवानकुरों की धरती है।

यहाँ के रनबाकुरों ने जहां अपनी धरती के लिए अंत तक बहादुरी से लड़ाई की। वहीं उनकी रानियों ने भी मौके पर जौहर कर अपनी लाज बचाकर असीम साहस और बलिदान का परिचय दिया। 

भारत के प्रसिद्ध राज्य राजस्थान में लगभग 19 रियासतें थी। जिसका आजादी के बाद सरदार पटेल के प्रयास से भारत में विलय हुआ।

आजादी के बाद 1 नबम्वर 1956 की राजस्थान राज्य की स्थापना हुई। राजस्थान के गठन के बाद इसकी राजधानी जयपुर बनायी गई। 

जयपुर भारत का गुलाबी शहर कहलाता है। गुलाबी शहर (पिंक सिटी) जयपुर को राजस्थान का पेरिस भी कहा जाता है। जयपुर की स्थापना राजा जयसिंह ने किया था। 

राजस्थान का क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किलोमीटर है। राजस्थान भौगोलिक स्थिति की दृष्टि से सबसे शुष्क प्रदेश है। इसके पश्चिम भाग में थार रेगिस्तान है। 

वैसे तो राजस्थान का अधिकांश क्षेत्र बंजर, मरुस्थलीय और वीरान है। लेकिन राजस्थान में भी नदी बहती है। राजस्थान में बहने वाली सबसे लंबी नदी लूनी है।

वैसे तो राजस्थान एक शुष्क प्रदेश है लेकिन बहुतों को पता नहीं की इस राज्य में हिल स्टेशन भी है। माउंट आबू, राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है। 

राजस्थान की कला और संस्कृति की कोई मुकबला नहीं है। यहाँ के लोग कढ़ाई और प्रिंटिंग में माहिर हैं। राजस्थान कपड़ों पर प्रिंटिंग के लिए बहुत प्रसिद्ध है। 

राजस्थान के मरुस्थलीय भू भाग में सवारी का साधन ऊंट है। ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है। बालू में ऊंट 40 की मी की रफ्तार से चल सकता है। 

राजस्थान के एतिहासिक किले, भव्य इमारतें राजपुतानी वीरता की महान गाथा का प्रतीक है। इसे देखने लाखों पर्यटक राजस्थान आते हैं। 

दर्शिनीय स्थल  

जैसलमेर का किले, जयपुर  का हवा महल, अजमेर स्थित सलीम अली चिसती की दरगाह, चित्तौड़गढ़ का किले और महल, झीलों उदयपुर का झीलों किलों और महलों के लिए प्रसिद्ध

राजकीय पशु - चिंकारा और ऊंट राजकीय पक्षी - इंडियन बस्टर्ड राजकीय फूल - रोहिरा राजकीय वृक्ष - खेजरी

राजस्थान के राजकीय प्रतीक