राजस्थान राजा महाराजाओं की भूमि रही है। कई प्रतापी राजपूत शासक की धरती राजस्थान अपनी आन-बान और शान के लिए प्रसिद्ध है।
विश्व विरासत में शामिल राजस्थान के 6 किले
विश्व धरोहर में शामिल राजस्थान के दुर्ग व किले राजपूत राजाओं के गौरवशाली इतिहास का साक्षी है। आइये इन्हें जानते हैं।
आमेर दुर्ग,
जयपुर शहर के पास स्थित यह किला अद्भुत नक्काकासी के लिए प्रसिद्ध है। इस किले को 2013 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया।
जयपुर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में शामिल इस किले को देखने प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक जयपुर पहुचते हैं। इस किले के परिसर में कई फिल्मों की सुटिंग भी हुई है।
राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित कुम्भलगढ़ किले विश्व धरोहर की लिस्ट मे है। किले के चारों स्थित दीवार चीन की दीवार के बाद विश्व का दूसरा बड़ा दीवार कहा जाता है।
कुम्भलगढ़
राणा कुंभा द्वारा निर्मित यह किला महान शासक महाराणा प्रताप का जन्म स्थल, राजा उदय सिंह का राज्याभिषेक और राणा कुंभा की हत्या का साक्षी है।
जैसलमेर का किला
पीला बलुआ पत्थर से निर्मित जैसलमेर का किला सोनार किले के नाम से भी जाना जाता है। विश्व विरासत की सूची में शामिल यह किला जैसलमेर की पहचान है।
जब इस किले के ऊपर सूरज की रोशनी पड़ती है तब इसकी सुंदरता देखते बनती है। जैसलमेर फोर्ट को दुनिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान में स्थित किला माना जाता है।
चित्तोड़ ढ़ का किला
विश्व विरासत में शामिल इसकी गिनती दुनियाँ के सबसे बड़े किले में होती है। राजपूत राजाओं के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक यह किला देखने योग्य है।
करीब 700 एकड़ विशाल क्षेत्र में फैला चित्तौड़गढ़ दुर्ग का आकार मछली के आकार का है। इस दुर्ग परिसर में स्थल कई प्रसिद्ध महल और स्तंभ जैसे रानी पद्मिनी महल, विजय स्तंभ, कीर्ति स्तंभ दर्शनीय है।
रणथम्भौर का किला
इस अभेद्य दुर्ग की तुलना अबुल फजल ने बख्तरबंद से की थी। यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल ऐसा दुर्गम दुर्ग शायद अन्य नही हैं।
गागरोंन का किला
इस अभेद्य दुर्ग की तुलना अबुल फजल ने बख्तरबंद से की थी। यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में शामिल ऐसा दुर्गम दुर्ग शायद अन्य नही हैं।
विश्व विरासत में शामिल राजस्थान के 6 किलों के बारें में जानकारी आपको जरूर अच्छी लगी होगी, इस प्रकार की और जानकारी के लिए निचे मुख्य वेबसाइट पर जायें।