हवा महल भारत के राजस्थान के जयपुर में स्थित एक राजसी-महल है। इसकी  गिनती देश के प्राचीन राज महलों में की जाती है।

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बिना किसी ठोस नींव के यह इमारत एक अजूबा की तरह 87 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है। हवा महल की ऊंचाई अपने मुख्य आधार से करीब ऊंचाई 87 फीट है।  

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हवा महल का मतलब अथवा आशय एक ऐसा महल से है जिसमें हमेशा ताजी और ठंडी हवा आती रहती हो। बाहर से देखने में यह महल मुकुट या मधुमक्खी के छत्ते के समान प्रतीत होता है। 

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हवा महल का मतलब अथवा आशय एक ऐसा महल से है जिसमें हमेशा ताजी और ठंडी हवा आती रहती हो। बाहर से देखने में यह महल मुकुट या मधुमक्खी के छत्ते के समान प्रतीत होता है। 

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कहा जाता है की हवा महल के निर्माणकर्ता राजा सवाई प्रताप सिंह, भगवान कृष्ण के परम भक्त थे। शायद इसी कारण हवा महल का निर्माण उन्होंने भगवान कृष्ण के मुकुट के सादृश्य किया। 

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वास्तुकला का सुंदर नमूना हवा महल में पाँच मंजिल हैं। इसकी ऊपरी मंजिल पर जाने के लिए सीढ़ियाँ नहीं बनी है बल्कि रैंप के जरिए पहुचा जा सकता है। 

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हवा महल की मंजिलों के नाम इस प्रकार हैं। प्रथम तल शरद मंदिर, दूसरी तल रत्न मंदिर, तीसरी मंजिल विचित्र मंदिर, चौथी तल प्रकाश मंदिर और पांचवीं मंजिल हवा मंदिर।

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हवा महल की झरोखे से शहर का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। हवा महल में बनी गुलाबी रंग की बालकनियों और जालीदार खिड़कियों मंत्रमुग्ध करती है। 

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हवा महल का निर्माण राजपूत राजाओं द्वारा रानियाँ के लिए बनवाया गया था। ताकि शाही महिलाएं किसी खास अवसर पर नीचे होने वाले दृश्य को झरोखों से देख सकें। 

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हवा महल की विशेषता है की गर्मियों के दिनों में भी यह ठंडा रहता है। इनमें बनी 953 छोटी-छोटी खिड़कियां इस प्रकार बनी है की कमरे में हमेशा हवा आते रहती है। 

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गुलाबी शहर जयपुर में स्थित हवा महल का निर्माण सन 1799 में सवाई प्रताप सिंह द्वारा कराया था। हवा महल राजस्थान की राजधानी जयपुर की पहचान है। 

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हवा महल के वास्तुकार लाल चंद उस्ताद थे। उन्होंने इस अजूबा महल के निर्माण के लिए डिजाइन तैयार किया था। जिसमें राजपुताना और इस्लामी वास्तुकला का संगम है। 

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यह महल राधा और भगवान कृष्ण को समर्पित है। हवा महल के अंदर तीन छोटे मंदिर गोवर्धन कृष्ण मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर मौजूद हैं। 

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हवा महल का निर्माण सिटी पैलेस के विस्तार के रूप में किया गया था। इसी कारण से इसमें बाहर से कोई प्रवेश द्वार नहीं बना है। इसमें प्रवेश सिटी पैलेस की तरफ से होता है। 

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