कुंभलगढ़ किले का इतिहास 

कुम्भलगढ़ दुर्ग (Kumbhalgarh Fort) राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित इतिहासिक किला है। यह किला मेवाड़ के शासकों के गौरवपूर्ण इतिहास का साक्षी है।

कुंभलगढ़ किले की गिनती चित्तौड़गढ़ किले के बाद राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े किले में होती है। इसे 2013 में विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया।

अरावली की गोद में अवस्थित यह किला महान प्रतापी शासक महाराणा प्रताप की जन्म, राजा उदय सिंह का राज्याभिषेक और महाराणा कुंभा की हत्या का गवाह है।

यहीं पर माता पन्नाधाय ने राजवंश के उतराधिकारी राणा उदय सिंह की जान बचाई थी। इसके लिए उन्होंने अपने बेटे का बलिदान देकर महान त्याग का परिचय दिया था।  

कुम्भलगढ़ का किला 36 किलोमीटर लंबी और ऊँची दीवार से घिरा है। यह चीन की महान दीवार के बाद दुनियाँ का दूसरा सबसे लंबा दीवार है।

अजेयगढ़ किले जैसे उपनाम से प्रसिद्ध इस किले को ऊंचे और मजबूत दीवार अभेद बनाती है। इस किले में प्रवेश द्वार के अलावा कहीं से भी घुसना संभव नहीं था।

माना जाता है की महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी की लड़ाई से पूर्व इसी किले में रहकर युद्ध की तैयारियां की और युद्ध समाप्ति के बाद यही पर रहे। 

इस किले के अंदर कई मंदिर और महल दर्शनीय हैं, जिसमें कुम्भस्वामी का मंदिर, झाली रानी का महल और बादल महल प्रसिद्ध हैं। 

इस किले के सम्बन्ध में कोई प्राचीन ऐतिहासिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। माना जाता है की सम्राट अशोक के पुत्र द्वारा इस प्राचीन दुर्ग का निर्माण करवाया गया था।

बाद में कई आक्रमणों के चलते जब यह दुर्ग विध्वस्त हुआ। तब उन्ही प्राचीन दुर्ग के अवशेषों पर 1448 में राणा कुंभा ने कुंभलगढ़ किले का निर्माण किया।

महाराणा कुम्भा ने अपनी पत्नी कुंभल देवी की याद में इस किले को बनवाया था। यह किला कई युद्धों और मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास का साक्षी है।

हर शाम को किले के परिसर में लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है। इस शो के दौरान दिखाए जाने वाले कार्यकर्म किले के इतिहास को जीवंत कर देता है। 

महाराणा कुम्भा ने अपनी पत्नी कुंभल देवी की याद में इस किले को बनवाया था। यह किला कई युद्धों और मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास का साक्षी है।

अन्य वेब स्टोरी 

वेब स्टोरी जूनागढ़ किला बीकानेर राजस्थान

जयगढ़ का किला जयपुर राजस्थान पर वेब स्टोरी 

राज निवास पैलेस धौलपु राजस्थान वेब स्टोरी 

Floral

राजस्थान के अन्य किलो के बारें में विशेष जानकारी के लिए हमारे मुख्य वेबसाइट पर जायें। लिंक नीचे दिया गया है।