Biggest Church In India – जानिए भारत के सवसे oldest, largest, biggest बड़े गिरजाघर के बारें में
भारत सम्पूर्ण विश्व में एकमात्र ऐसा देश है जो अपने अंदर विभिन्न धर्मों, अलग-अलग भाषाओं और रीति-रिवाजों को समाहित किया हुआ है। भारतवर्ष में एक से बढ़कर एक विश्व विख्यात धार्मिक स्थल स्थित हैं।
फिर चाहे वह हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध मंदिर हों, मुस्लिम धर्म की विश्व विख्यात जामा मस्जिद हों, सिख धर्म के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल स्वर्णमन्दिर हो। लेकिन यहॉं हम भारत के top 10 biggest church in India अर्थात गिरजाघर की चर्चा करेंगे।
पश्चिम देश के लोग जब भारत आये तब भारत में ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार हुआ। भारत के कुछ लोग भी प्रभु ईसा मसीह से प्रभावित होकर ईसाई धर्म को अपनाया। लोग जीसस की उपासना के लिए चर्च का निर्माण किया।
भारत में सबसे ज्यादा ईसाई नागालैंड और दक्षिण भारत में रहते हैं। तो आइये जानते हैं कि भारतवर्ष में सबसे प्रसिद्ध चर्च (famous church in India ) कौन कौन से हैं –
भारत के सबसे oldest, largest, famous and biggest church in india
क्या आप जानते हैं, कि एशिया का सबसे बड़ा और श्रेणी क्रम में प्रथम तथा द्वितीय चर्च हमारे देश भारत में स्थित है। आगे इन सभी चर्च के बारें में विस्तार से जानने के पहले हम जानते हैं की गिरजाघर या चर्च किसे कहते हैं।
गिरजाघर या चर्च किसे कहते है? Churches
जिस प्रकार हिन्दू धर्म के पूजा स्थल को मंदिर या देवालय कहा जाता है। वैसे ही ईसाई धर्म का पूजा स्थल गिरजाघर या चर्च कहलाता है।
जहाँ पर ईसाई धर्म के लोग सामूहिक रूप से परमेश्वर (God) की उपासना करते हैं। तो चलिए भारत के 10 सबसे बड़े चर्च (Biggest Church In India )के बारें में विस्तार से जानते हैं।
1. सुमी बैप्टिस्ट ज़ूनहेबोटो, नागालैंड – Sumi Baptist Church, Zunheboto (famous church in india)
सुमी बैप्टिस्ट ज़ूनहेबोटो चर्च भारत के नागालैंड राज्य में स्थित है। इसे biggest church in India माना जाता है। कहते हैं की इस चर्च के निर्माण में करीव 36 करोड़ रुपए की लागत आई थी।
इस चर्च का निर्माण लोगों के द्वारा दिये गये दान से बनाया गया है। इसे एशिया का सबसे बड़ा चर्च (biggest church in Asia ) माना जाता है। इस चर्च का निर्माण कार्य 2007 में प्रारंभ किया गया था। जो करीव 10 साल के बाद सन 2017 में बनकर तैयार हुआ।
इसमें लगभग 500 किग्रा वजन की घंटी लगी है, जिसकी लागत करीव 15 लाख रुपये मानी जाती है। यह चर्च लगभग 23,73,476 वर्ग फुट में फैला हुआ है।
इस चर्च की भवन की लंबाई करीव 203 फुट, चौड़ाई करीव 153 फुट और ऊंचाई 166 फुट के करीव है। जिसमें लगभग 8,500 लोग एक साथ सामूहिक प्रार्थना कर सकते हैं। इस कारण इसका नाम largest church in India के लिस्ट में शामिल है।
2. सेंट जॉर्ज का फोरेन चर्च, एडापल्ली – St. George’s Forane Church, Edappally
केरल के एडापल्ली में स्थित इस चर्च का र्निर्माण कार्य 2001 में प्रारंभ हुई थी। इस चर्च की नींव रोम के पॉप जॉन पॉल द्वितीय के द्वारा रखी गई थी। इसमें यूरोपीय और भारतीय वास्तुकला का मिश्रण देखने को मिलता है। Churches in Kerala में यह church प्रसिद्ध है।
लगभग 43 फुट ऊँचा और 88000 वर्ग फुट में फ़ैला इस चर्च की गिनती भारत के बड़े चर्च (Biggest Church In India ) में की जाती है। इस चर्च में एक साथ में लगभग 5000 तक लोग प्रार्थना कर सकते हैं। इस चर्च के वास्तुकार प्रशांत पी जॉर्ज थे।
3 . पारुमाला चर्च, केरल – Church of south india
यह चर्च केरल के मन्नार में स्थित है। कहते हैं की यह चर्च संत ग्रेगोरील गीवरगेसी के नाम पर रखा गया है। जो परुमाला तिरुमनी के नाम से प्रसिद्ध थे। यह भारत के सबसे पुराने चर्च oldest church in India में से एक माना जाता है।
इस चर्च को प्रसिद्ध वास्तुकार चार्ल्स कोरेया द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था। इस चर्च में एक साथ लगभग 2000 लोग प्रार्थना कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है की इस चर्च में कोई दिव्य शक्तियां मौजूद हैं।
देश-विदेश से भाड़ी संख्या में लोग इस दिव्य चर्च में प्रार्थना करने के लिए केरल आते हैं। यहाँ प्रतिवर्ष नवंबर के महीने में, चर्च परुमाला पेरुनल त्योहार का आयोजन किया जाता है।
4 . ऑल सेंट’स कैथेड्रल, इलाहाबाद – all saints cathedral allahabad
ऑल सेंट कैथिडरल चर्च भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के प्रयागराज में स्थित है। गौथिक शैली से निर्मित इस चर्च का निर्माण 19वीं शताब्दी में अंग्रेजों के द्वारा किया गया था।
इस चर्च के वास्तुकार विलियम इमरसन थे, जिन्होंने कोलकाता में स्थित प्रसिद्ध विक्टोरिया मेमोरियल का डिजाइन तैयार किया था। ऑल सेंट कैथिडरल चर्च में एक साथ लगभग 400 लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।
इस चर्च की नक्काशी में मध्ययुगीन काल की समृद्ध वास्तुकला की झलक साफ दिखाती पड़ती है। ऑल सेंट कैथिडरल चर्च को ‘पत्थर गिरजा’ के नाम से भी जानते हैं।
5. से कैथेड्रल चर्च, गोवा – Sé Cathedral goa
सी कैथड्रल नामक यह चर्च ओल्ड गोवा में स्थित कैथरीन ऑफ एलेक्जेन्ड्रिया को समर्पित है। कहते हैं की इस चर्च का निर्माण 1619 ईस्वी में पुर्तगालियों के द्वारा कराया गया था।
सी कैथड्रल चर्च की चौड़ाई करीव 180 फुट और लंबाई लगभग 250 फुट है। इस चर्च की भीतरी हिस्सा कोरिनथियन और बाहरी हिस्सा टस्कन है। वास्तुकला की दृष्टि से यह चर्च बेहद ही अनूपम और प्रसिद्ध है।
6. सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता
सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है। सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च गौथिक वस्तुकला का अनुपम मिसाल पेश करता हैा इस निर्माण कार्य 1839 ईस्वी में प्रारंभ हुआ था।
यह कोलकता का प्रसिद्ध गिरजाघर famous church in Kolkata कहलाता है।
यह करीव 8 साल के बड़े 1847 में बनकर तैयार हुआ। इस चर्च की चौड़ाई करीव 81 फीट, लम्बाई लगभग 247 फीट और ऊँचाई लगभग 175 फिट के करीव है।
7. कैथेड्रल चर्च ऑफ़ द रिडीमेशन, नई दिल्ली
कैथेड्रल चर्च ऑफ़ द रिडीमेशन नई दिल्ली में स्थित ईसाई का प्रसिद्ध चर्च माना जाता है। इस चर्च को विक्ट्री चर्च के नाम से भी जाना जाता है। यह चर्च नई दिल्ली के लगभग केंद्र में संसद भवन के ठीक पूर्व में स्थित है।
यही पर उत्तर भारत के चर्चों का मुख्यालय भी स्थित है। इस चर्च का निर्माण कार्य का प्रारंभ सन 1927 ईस्वी में हुआ था। यह करीव 8 साल के बाद 1935 में बनकर तैयार हुआ।
लुटियन शैली में निर्मित यह चर्च वास्तुकला की दृष्टि से अद्भुत और सुंदर है। हरे भरे उद्यानों के बीच स्थित यह चर्च सभी के लिए खुला है। इस चर्च की बनावट जन्मदिन की केक की तरह मालूम पड़ता है।
चर्च को देखने पर ऐसा लगता है की जन्मदिन के केक के ऊपर एक मोमबत्ती लगी हुई हो। इस चर्च का निर्माण प्रसिद्ध वास्तुकार हेनरी मेड को माना जाता है।
8. बेसीलिका ऑफ बोम जीसस, गोवा
भारत के गोवा राज्य में स्थित यह चर्च बेसीलिका ऑफ बोम जीसस नाम से प्रसिद्ध है। इसे ईसाई धर्म के सबसे प्रसिद्ध चर्चों में से एक माना जाता है।
करीव 300 वर्ष पुराना इस चर्च का निर्माण सन 1605 ईस्वी में हुआ था। यह चर्च best churches in Goa में की जाती है।
गोवा स्थित बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस चर्च को वास्तुकला का अनुपम उदाहरण माना जाता है। विश्व प्रसिद्ध संस्था यूनेस्को ने इस चर्च को विश्व विरासत की सूची में शामिल किया है।
9. मलयातुर चर्च, कोचीन, केरल
इस चर्च का नाम भारत के सबसे पुराने चर्चों (Oldest church in India ) की सूची में सुमार है। मलयातुर चर्च सेंट थॉमस द एपोस्टल को समर्पित है। रोम के वेटिकन द्वारा घोषित भारत का यह चर्च ईसाई लोगों के प्रमुख धर्म स्थल है।
यह चर्च मलयातुर पहाड़ी पर करीव 600 मीटर की उचाई पर स्थित है। इस चर्च में सेंट थॉमस की विशाल प्रतिमा अवस्थित है।
10. वेलंकन्नी चर्च – Velankanni Church
गोथिक शैली की में बना यह चर्च वास्तुकला की दृष्टि से बेहद सुंदर है। यह चर्च तमिलनाडु के वेलंकन्नी शहर में समुन्द्र के किनारे स्थित है। इसका नाम famous church of south India में शामिल है।
यह चर्च लेडी ऑफ हेल्थ को समर्पित है । ऐसी मान्यता है कि इस चर्च में प्रार्थना करने से सभी प्रकार के विमारी दूर होती है। यहॉं लोगों के शरीर के अंग के रोगों के आधार पर विभिन्न आकार के मोमबत्तियाँ उपलब्ध हैं।
कहते हैं की किसी विशेष अंग के आकार की मोमबत्ती जला कर प्रार्थना करने से उस बीमारी से छुटकारा मिलता है। देश विदेश से सभी धर्मों के लोग इस चर्च में आते हैं। इस प्रकार वेलंकन्नी चर्च में बहुसांस्कृतिक और धार्मिक सद्भाव संयोजन को देखा जा सकता है।
रोम के वेटिकन सिटी में पोप ने इस चर्च की वजह से तमिलनाडु के वेलंकन्नी सिटी को पवित्र शहर ”घोषित किया है। यहाँ भारत की कई भाषाओं में प्रार्थना होती है। जिसमें मलयालम, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, कोंकणी, हिंदी और अंग्रेजी आदि शामिल हैं।
इन्हें भी पढ़ें – बुलंद दरवाजा का इतिहास बिरला मंदिर दिल्ली
इस लेख में हमने भारत के largest , biggest, oldest church का वर्णन किया है। दोस्तों टॉप 10 Biggest church in india शीर्षक के नाम से यह लेख आपको कैसा लगा पने सुझाव से जरूर अवगत करायें।