अगम कुआं बिहार के पटना में स्थित एक प्राचीन कुआं माना जाता है। सम्राट अशोक कालीन इस कुआं का नाम भारत के पुरातात्विक स्थल के लिस्ट में शामिल है। अगम का अर्थ हैं जो हमेशा भरा रहे, जो कभी नहीं सूखे।
अपने नाम के अनुरूप ही इस कुआं का जल कभी सूखता नहीं है। पटना में स्थित इस पुरातात्विक स्थल का निर्माण मौर्य वंशी, सम्राट अशोक के समय में हुआ था। अगम कुआं’ पटना के साथ, इतिहास की कई कहानियों जुड़ी हुई है।
कहा जाता है की सम्राट अशोक ने अपने 99 भाइयों की हत्या करवाकर उनकी लाश इस कुएं में फेंकवाई थी। यह कुआं अपने अंदर कई अनसुलझे रहस्य को दबाये हुए है। कहते हैं की इस कुएं के रहस्य को तीन बार जानने की कोशिस की गयी है।
अगम कुआँ पटना का इतिहास और रहस्य – Agam kuan Patna rahsya in Hindi
अगम कुआं बनावट और संरचना
पटना के गुलजारबाग इलाके में स्थित इस कुआं की गहराई करीब 105 फिट है। कुआं के व्यास करीब 16 फिट के बराबर है। कुआं के ऊपरी आधे हिस्से की चुनाई, ईंट से की गयी है। जबकि नीचे के लगभग 60 फिट का हिस्सा लकड़ी के छल्ले से पाटा गया है।
इस प्रकार कुआं की संरचना अद्भुत हैं। कहा जाता है की बादशाह अकबर के शासनकाल में इस कुआं का जीर्णोद्धार किया गया था। तथा कुआं को संरक्षित रखने के लिए उसके ऊपर एक छतरीनुमा ढांचा तैयार किया गया।
कुआं का रहस्य – Agam Kuan Patna Rahsya In Hindi
पहली बार सन 1932 में, दूसरी बार सन 1962 में तथा तीसरी बार सन 1995 में, लेकिन इस कुआं के रहस्य पर से अभी तक प्रदा नहीं उठा सका है। आगे जानते हैं की आखिर इस कुआं का रहस्य क्या हैं।
इतिहास से इस कुआं को जोड़ कर क्यों देखा जाता है। आखिर इस कुएं का पानी सूखता नहीं है, क्यों। कहते हैं की अगम कुआं की गहराई अतल है। इसकी विशेषता है की इस कुआं का जल बाढ़ के समय में भी लबालब नहीं होता है।
इसके साथ ही प्रचंड गर्मी में भी इसके जल स्तर में कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता। सूखा पड़ने पर भी इसके पानी के स्तर में खास अंतर नहीं पाया गया है। इस कुएं का पानी सूखा पड़ने पर भी आजतक कभी नहीं सूखा।
इस कुएं की जल की एक और खासियत है कि इसके जल का रंग परिवर्तित होते रहता है। लोग इसे चमत्कारी कुआं मानते हैं। प्रतिवर्ष लाखों पर्यटक इस कुएं का देखने आते हैं। अगर आप पटना जाते हैं तो अगम कुआं को जरूर देखना चाहिए।
इस रहस्यमयी कुआं से कई कई रोचक कहानियां जुड़ी हुई है। कहते हैं की इस कुएं का पानी कभी कम नहीं होता क्योंकि यह कुआं बहुत ही गहरा है। बरसात के दिन में भी कुएं के जल स्तर में मामूली बढ़त ही देखने को मिलती है।
कविदंती के अनुसार इस कुएं का जल कम नहीं होने के पीछे मान्यता है की यह कुआं बंगाल के गंगा सागर से जुड़ा है। इसमें सच्चाई कितनी हैं पता नहीं लेकिन यह कुआं सदियाँ से लोगों के लिए पहेली बनी हुई है।
अगम कुआं का इतिहास – Agam Kuan history in Hindi
पटना का अगम कुआं अपने अंदर इतिहास के कई राज को समेटे हुए है। मगध का सबसे शक्तिशाली सम्राट में अशोक का नाम शुमार है। जिसे चंड के नाम से जाना जाता था।
कहते हैं की उसने राजा बनने के लिए अपने 99 भी की हत्या करवा कर उनकी लाश इसी कुएं में डलबा डी थी।
कहा जाता है की हत्या के बाद चंड अशोक अपने भाई के शव को इसी कुएं में डलबाया था। हालांकि बाद में अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया और चंड अशोक से प्रियदर्शी सम्राट अशोक बन गया।
अगम कुआँ पटना की कहानी
पटना का अगम कुआं इतिहासिक के साथ-साथ धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। पटना के गुलजार बाग में स्थित इस ‘अगम कुआं‘ से लोगों की आस्था भी जुड़ी है। इस एतिहासिक कुएं के पास प्रसिद्ध शीतला देवी का मंदिर है।
कहते हैं की लोग शीतला माता की पूजा और चेचक जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए कुएं के जल का इस्तेमाल भी करते हैं। मान्यता है की इस कुएं के जल के प्रयोग से चेचक जैसी बीमारी दूर हो जाती है।
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पाठकगण आपको Agam Kuan Patna Rahsya In Hindi शीर्षक के माध्यम से इस कुआँ के वारें संकलित जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी।