Shivranjani Tiwari Biography In Hindi–शिवरंजनी तिवारी क्या सचमुच में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी करने गंगोत्री से कलश यात्रा कर बागेश्वर धाम पैदल जा रही है।
इसमें आप पढ़ेंगे।
शिवरंजनी तिवारी कौन है।
शिवरंजनी तिवारी एक एमबीबीएस की छात्रा हैं तथा पिछले कई वर्षों से वह एक भजन गायिका और कथावाचक के रूप में अपना पहचान बना चुकी है। वर्तमान में शिवरंजनी तिवारी सोशल मीडिया में काफी चर्चा में है।
कहा जाता है की शिवरंजनी तिवारी, बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) से शादी करना चाहती हैं। वे उन्हें प्राणनाथ कहकर संबोधित करती है।
इसके लिए वह गंगोत्री धाम से कलश लेकर बागेश्वर धाम तक की पैदल कलश यात्रा कर रही हैं। उन्होंने 1 मई को गंगोत्री से जल लेकर अपनी यात्रा की शुरुआत की हैं। वे 16 जून 2023 को बागेश्वर धाम पहुंचकर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने वाली हैं।
अपनी पदयात्रा के दौरन उन्होंने चित्रकूट में भी रुकी। उनका मानना है की पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनकी मनोकामना को जरूर पूरी करेंगे। शिवरंजनी तिवारी का परिवार मूल रूप से मध्यप्रदेश राज्य के सिवनी जिले से आती है।
कहा जाता है की उनका ताल्लुक जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के परिवार से है। वह पिछले कई वर्षों से पंडित धीरेंद्र शास्त्री से काफी प्रभावित हैं।
यही कारण है की उन्होंने उनसे मिलने के लिए गंगोत्री से लेकर बागेश्वर धाम तक की कठिन कलश यात्रा पर निकल पड़ी। इसके पीछे की असल सच्चाई क्या है यह तो 16 जून को ही पता चल पायेगा।
लेकिन शिवरंजनी तिवारी का मानना है की बागेश्वर वाव सब कुछ जानते हैं। वे मन की बात समझते हैं। उनसे मिलने के बाद सबको पता चल जायेगा।
शिवरंजनी तिवारी का जीवन परिचय – Shivranjani Tiwari Biography In Hindi
शिवरंजनी तिवारी का पूरा परिवार उतराखंड के हरिद्वार में रहता है। शिवरंजनी तिवारी का जन्म 29 नवंबर 2022 को मध्यप्रदेश में हुआ था। वर्तमान में वे 20 साल की हैं।
मीडिया में आई खबरों के अनुसर वर्तमान में वे मेडिकल की स्टूडेंट हैं और AIIMS, ऋषिकेश, उत्तराखंड में एमबीबीएस की छात्रा है। उनका मूल परिवार मध्य प्रदेश के सिवनी से ताल्लुक रखता है। शिवरंजनी तिवारी के पिता का नाम श्री बैजनाथ तिवारी है।
उनकी माता जी का नाम पूनम तिवारी एक पढ़ी लिखी महिला हैं और किसी कंपनी मे अच्छे पद पर कार्यरत हैं। उनके छोटे भी का नाम हरी तिवारी है। उन्हें बचपन से ही गायन और भजन में गहरी रुचि है।
उन्होंने मात्र 4 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। पिछले कई वर्षों से वह अपनी भजन गायिकी और कथावाचक के लिए जानी जाती हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को प्राणनाथ कहा
20 साल शिवरंजनी जब से गंगोत्री से गंगा जल का कलश लेकर बागेश्वर धाम के लिए पैदल निकल चूंकि हैं। तब से सुर्खियों में बनी हुई है। वे अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए कलश लेकर बागेश्वर घाम जा रही हैं।
एक मीडिया हाउस से बातचीत में उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को प्राणनाथ बता रही हैं। उन्होंने कहा की जब उसने कलश यात्रा शुरू की थी तो लोग इसे फेक कह रहे थे। उन्होंने अपनी शादी और यात्रा के बात पर भी अपनी बेबाक राय रखी।
अपनी शादी के बारें में पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कही की लोग कह रहे हैं की मैं हाथों में फूलों की माला लेकर बागेश्वर धाम जा रही हूं। वहाँ पहुचकर में उनके (धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ) गले में माला डाल दूंगी। लेकिन मेरे मन में क्या है इसके लिए आप सब 16 जून का इंतजार कीजिए।
बागेश्वर महाराज अंतर्यामी हैं…भगवान हैं। वो मेरे मन की बात जान लेंगे और आप लोगों को भी 16 जून को पता चल जाएगा। उन्हें विश्वास है की पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी उनकी इच्छा जरूर पूरी करेंगे।
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