Vijaykant Passes away: दक्षिण भारत के सुपरस्टार और DMDK प्रमखु विजयकांत का निधन, कोरोना के कारण वेंटिलेटर पर थे..

Vijaykant Passes away

Vijaykant Passes away: अभिनेता से राजनेता बने डीएमडीके के संस्थापक विजयकांत का आज 28 दिसंबर को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी तबीयत खराब होने के की वजह से उन्हें चेन्नई के के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

वे 71 वर्ष के थे। अभिनेता से नेता बने विजयकांत अपने पीछे अपने दो बेटे शनमुगा पांडियन और विजय प्रभाकर तथा अपनी पत्नी प्रेमलता को छोड़ गए हैं। वे सांस लेने में तकलीफ के कारण कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे।

Vijaykant Passes away: दक्षिण भारत के सुपरस्टार और DMDK प्रमखु विजयकांत का निधन

सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्हें निमोनिया हो गया था और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इस कारण से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।

लेकिन 28 दिसमबर को उनके निधन की खबर ने उनके करोड़ों चाहने वालों को मायूस कर दिया। उनकी तबीयत अधिक खराब होने के कारण अस्पताल प्रशासन ने उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा। लेकिन गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।

उनकी पार्टी की तरफ से एक बयान जारी कर बताया कि दिवंगत नेता विजयकांत का अंतिम संस्कार 29 दिसंबर को तमिलनाडु के कोयम्बेडु में पार्टी कार्यालय में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

एक जानकारी के अनुसार समारोह का आयोजन शुक्रवार शाम 4.45 बजे किया जायेगा। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी घोषणा की है की डीएमडीके प्रमुख को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जायेगी।

1 नवंबर से ही बिगड़ी थी तवीयत

अभिनेता से राजनेता बने विजयकांत का इसी साल नवंबर से से तवीयत खराव चल रही थी। उनकी अस्वस्थता के कारण 15 दिसंबर को उनकी पत्नी, प्रेमलता विजयकांत को पार्टी का महासचिव बनाया गया था।

पार्टी के महासचिव के रूप में चुने जाने के बाद उनकी पत्नी प्रेमलता विजयकांत ने पार्टी और कार्यकर्ता प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। पद संभालने के बाद अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा,

“मुझे अब विजयकांत द्वारा पार्टी के महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस पार्टी की स्थापना का मुख्य उद्देश्य लोगों का कल्याण से जुड़ा था जिसे मैं आप सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाऊँगी ।

कैप्टन विजयकांत का पोलिटिकल कैरियर

विजयकांत ने सुनहरे पर्दे के साथ-साथ अपने राजनीतिक जीवन में भी खूब सुर्खियां बटोरी। पूर्व तमिल अभिनेता विजयकांत ने 80 के दशक में तमिल फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ खलनायक की भूमिका में सबको प्रभावित किया था।

लोग प्यार से उन्हें कैप्टन के रूप में पुकारते थे। अभिनेता से राजनेता बने विजयकांत ने 2005 में अपनी पार्टी देसिया मुरपोक्कू द्रविड़ कझगम (डीएमडीके) की स्थापना की थी।

पार्टी की पहली चुनावी शुरुआत 2006 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में हुई थी। पाने पहले चुनाव में पार्टी ने कुल वोट शेयर का 10 प्रतिशत हासिल करने में सफल रहे थे। वर्ष 2011 में उनकी पार्टी ने विधानसभा चुनावों में एआईएडीएमके के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और विपक्ष के नेता बने।

विजयकांत ने 2011 से लेकर 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया। बाद में उनकी सहयोगी पार्टी के बीच मतभेदों के कारण उन्होंने अन्नाद्रमुक के साथ संबंध तोड़ लिए।

अपने राजनीतिक कैरियर में उन्होंने दो बार विधान सभा के सदस्य के रूप में सफलता पूर्वक कार्य किया।

कई बड़े नेताओं ने विजयकांत को श्रद्धांजलि दी

उनके निधन की खवर सुनकर बड़े बड़े राजनेता और गण्यमान्य व्यक्ति ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए लिखा, “थिरु विजयकांत जी के निधन से बेहद दुखी हूं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राजनेता विजयकांत के निधन पर शोक जताया। तमिलनाडु भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख के अन्नामलाई ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया ।

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