Bharat ka naya sansad bhavan : भारत का नया संसद भवन 862 करोड़ में बनकर हुआ तैयार। जिसे आज 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन। जानिए नए संसद भवन की कुछ खास बातें।
रविवार 28 मई भारत के लिए स्वर्णिम दिन है। आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ‘भारत के नए संसद भवन‘ का उद्घाटन किया। बताते चले की इसी दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू जी का अंतिम संस्कार हुआ था। इसके अलावा इसी दिन विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती भी है।
इसमें आप पढ़ेंगे।
भारत का नया संसद भवन – New Parliament House in Hindi
भारत का नया संसद भवन दिल्ली में बनकर तैयार है। इस नए संसद भवन को टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है। जिसका 28 मई 2023 को उद्घाटन होना है। पुराने संसद भवन की बात करें तो वह करीब 100 साल पुराना हो चुका है।
जिसका निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में हुआ था। लेकिन सरकार द्वारा संसद के बढ़ते कामकाज तथा पुरानी संसद भवन की बिल्डिंग ओल्ड हो जाने के कारण अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस एक नई इमारत के निर्माण की आवश्यता महसूस की गई।
फलतः वर्ष 2012 में नए संसद भवन के लिए एक कमेटी गठित हुई थी। इसी के परिणामस्वरूप नए संसद भवन के निर्माण पर मोहर लगी। जो अब पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो गया है।
भारत के नए संसद भवन का नाम क्या रखा जाएगा अभी केवल कयास ही लगाए जा रहे हैं। जिसके बारें में सही जानकारी 28 मई को उद्घाटन के बाद ही पता चल पाएगा।
इस लेख में भारत के नए संसद भवन की बनावट, संरचना, वास्तुकार आदि सहित सम्पूर्ण जानकारी दी गई है। हमें आशा है की यह जानकारी आपको पसंद आएगी।
भारत के नए संसद भवन की मुख्य बातें
शिलान्यास | – 10 दिसंबर 2020 |
निर्माण में समय | – 3 वर्ष (2021-2023) |
कुल लागत | – करीब 1200 करोड़ |
वास्तुकार | – बिमल पटेल |
बैठने की व्यवस्था | – 1272 सांसदों के लिए |
नए संसद भवन की मुख्य विशेषता (Bharat ka naya sansad bhavan)
भारत दुनियाँ का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। भारत का नया संसद भवन करीब 64,500 वर्ग किलोमीटर में फैला है। जिसमें दोनों सदनों को मिलाकर करीब 1272 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी।
जहां पुराने संसद भवन में लोक सभा के 543 और राज्य सभा के 245 सांसदों की बैठने की व्यवस्था थी। वहीं भविष्य में सांसदों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए नए संसद भवन का आकार निश्चित किया गया है।
भारत के नए संसद भवन में लोकसभा के 888 और राज्यसभा के 384 सांसदों बैठ सकेंगे। संसद भवन का हरेक डेस्क इलेक्ट्रॉनिक गजट से लेस होगा। भारत का नया संसद भवन भूकंपरोधी होगा जिसे गुणवत्ता के साथ एक रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
भारत के नए संसद भवन की लागत करीब 862 करोड़ रुपया बताई जाती है। इस इमारत का प्रमुख विशेषता संविधान हॉल होगा जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत की झलक देखी जा सकेगी।
इस हॉल में भारत के संविधान की मूल प्रति भी सुरक्षित रखी जाएगी। इसके अलावा नए संसद भवन में पुस्तकालय, समिति कक्ष आदि होंगे। इस प्रकार भारत का नया संसद भवन 140 करोड़ देशवासी के आशाओं को नई बुलंदी देने वाला होगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के नए संसद भवन की आधारशिला 10 दिसंबर 2020 को को रखी थी। उन्होंने कहा था की जब देश आजादी की 75 वाँ वर्षगांठ मनाएगा तब संसद की इस नई इमारत से ज्यादा सुंदर और क्या हो सकता है।
त्रिकोणिय आकार वाले इस संसद भवन को निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुई जिसे 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
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नये संसद भवन की बनावट और संरचना
नई संसद भवन की आकृति त्रिकोणिय है, जो करीब 64,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। भारत के नए संसद भवन के बारे में बता दें की यह इमारत चार मंजिला होंगी, नए संसद भवन में तीन मुख्य प्रवेश द्वार होंगे।
इनके नाम ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार आदि नाम प्रस्तावित हैं। फलतः सांसद और अन्य गण्यमान्य व्यक्ति के लिए एंट्री अलग गेट से और विजिटर की इंट्री अलग प्रवेश द्वार से होगी।
नए संसद भवन में संविधान हॉल के नाम से भी एक भवन होगा जिसमें संविधान की प्रति रखी जाएगी। इसके अलावा यहाँ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर सहित भारत के प्रधानमंत्रियों की बड़ी तस्वीरें भी लगाई जायेंगी।
नया संसद भवन अत्याधुनिक तकनीकी तथा सुरक्षा सुविधाओं से युक्त होगा।
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भारत के नए संसद भवन का वास्तुकार
इस इमारत का निर्माण भारत सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहद की जा रही है। गुजरात की आर्किटेक्चर फर्म एचसीपी डिज़ाइन्स ने इसे बनाने की जिम्मा लिया है।
इस कंपनी के पास अहमदाबाद साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट के अलावा अन्य कई परियोजनाओं को विकसित करने का अनुभव प्राप्त है। भारत के नए संसद भवन का वास्तुकार (आर्किटेक्ट) बिमल पटेल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे नए संसद भवन का शिलान्यास
यह भवन 862 करोड़ की लागत से बनना था लेकिन बाद में इसमें कुछ परिवर्तन होने से इसकी अनुमानित लागत 1200 करोड़ रुपये बताई जाती है। अब तिकोने आकृति में नया संसद भवन बनकर तैयार हो चुका है।
जिसका उद्घाटन 28 मई को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया जाएगा।
विपक्षी पार्टीयों का कहना है कि संविधान के वरीयता क्रम को ध्यान में रखते हुए भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए न कि प्रधानमंत्री द्वारा।
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने तो अपने ट्वीट में कहा कि राष्ट्रपति से संसद भवन का उद्घाटन न करवाना- यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।
संसद भवन का इतिहास
संसद भवन का इतिहास करीब 93 साल पुराना है। पुराने संसद भवन गोलाकार रूप में 566 मीटर व्यास वाला था। पुराने संसद भवन का निर्माण 1921 में शुरू हुआ था। यह करीब 83 लाख रुपए की लागत से 6 साल के बाद बनकर तैयार हुआ था।
पुराने संसद भवन का उद्घाटन तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन द्वारा 18 जनवरी 1927 को किया गया था। लेकिन 90 वर्षों के बाद नए अति आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से युक्त संसद भवन की आवश्यकता महसूस की गई।
फलतः 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा रखी गई। 2023 में करीब 3 साल के रिकॉर्ड समय में यह बनकर तैयार हो गया है।
भारत के नए संसद भवन की कुछ रोचक बातें
- नए भवन में सभी सांसदों के लिए अलग-अलग दफ़्तर होंगे।
- भारत में अभी लोकसभा में 543 और राज्यसभा में 245 सीटें हैं।
- उच्च सदन राज्यसभा के 384 सदस्य इस भवन में बैठ सकेंगे।
- लेकिन भविष्य को देखते हुए इसमें लोकसभा के 888 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी।
- नया संसद भवन आधुनिक डिजिटल और पेपरलेस सुविधाएं से युक्त होगी।
- नई संसद भवन की इमारत चार मंजिला होगी जिसमें लोकसभा ग्राउंड फ्लोर पर होगी।
- इस हॉल में भारत की लोकतांत्रिक विरासत की झलक देखने को मिल सकती है।
- नई संसद भवन में एक भव्य संविधान हॉल होगा। जिसमें संविधान की मूल प्रति सुरक्षित होंगी।
- नए संसद भवन में दोनों सदनों के संयुक्त बैठक के दौरान 1272 सांसदों के बैठने की जगह होगी।
- भारत का नया संसद भवन 64,500 वर्गमीटर में होगा। जो वर्तमान संसद भवन से करीब 17,000 वर्गमीटर ज्यादा है।
संबंधित बातें (F.A.Q)
भारत का संसद भवन कहां स्थित है?
भारत का नया और पुराना संसद भवन नई दिल्ली में स्थित है।
नए संसद भवन की मुख्य विशेषताओं का वर्णन करें?
नए संसद भवन अति आधुनिक तकनीकी सुविधाओं और सुरक्षा से युक्त होगा। जिसमें एक साथ 1272 सांसद बैठ सकते हैं।
भारत के नए संसद भवन का नाम क्या है?
अभी खुलासा नहीं हुआ है, 28 मई 2023 के बाद पता चल सकता है।
भारत की नई संसद भवन का उद्घाटन कब है?
भारत की नई संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को प्रस्तावित है।
नया संसद भवन का डिजाइनर कौन है?
नए संसद भवन का डिजाइन ‘HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ द्वारा तैयार किया है। नया संसद भवन का डिजाइनर बिमल पटेल हैं।
नए संसद भवन की आवश्यकता क्यों है?
पुराना संसद भवन करीब 93 वर्ष ओल्ड हो चुका है। वर्तमान परिवेश में आधुनिक सुविधाओं से लेस पहले से बड़े इमारत की जरूरत महसूस की गई। इसी कारण से नए संसद भवन की आवशयकता पड़ी।
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