Information About Jaisalmer In Hindi – जैसलमेर भारत के सुदूर पश्चिम में स्थित राजस्थान का प्रसिद्ध रेगीस्तानी शहर है। यह राजस्थान की स्वर्ण नगरी के नाम से प्रसिद्ध थार मरुस्थल की शान है।
जैसलमेर का इतिहास से इसके गौरवशाली अतीत के बारें में पता चलता है। जैसलमेर के ऐतिहासिक स्थल खासकर जैसलमेर का किला इस शहर की पहचान है।
जैसलमेर फोर्ट है विश्व का सबसे बड़ा रेगिस्तान में रहने वाला दुर्ग कहलाता है। पीले बलुआ पत्थर से निर्मित इस किले परिसर और इसके आसपास कई घूमने लायक जगह हैं।
यहाँ आकार पर्यटक यहाँ के रेतों और ऊंटों रूबरू होकर रेगिस्तानी जीवन के बारें मे सहज अंदाज लगाया जा सकता है। जैसलमेर दुर्ग के दर्शनीय स्थल में परिसर में स्थित जैन मंदिर अति प्रसिद्ध है।
इसके अलावा जैसलमेर में देखने लायक जगह में नाथमलजी, पटवोन और सलीम सिंह की हवेली और गड़ीसर झील प्रसिद्ध है। आइये इस लेख में जैसेलमेर और जैसेलमेर के दर्शनीय स्थल के बारें मे विस्तार से जानते हैं।
जैसलमेर का संक्षिप्त परिचय – Brief Information about Jaisalmer in Hindi
शहर का पूरा नाम | जैसलमेर |
जैसलमेर का क्षेत्रफल | 5.1 वर्ग किलोमीटर |
जैसलमेर की जनसंख्या | 669,919 (2011 के जनगणना के अनुसार |
प्रसिद्धि | एतिहासिक किले के लिए |
स्थापना | भाटी राजा जैसल रावल द्वारा |
जैसलमेर का इतिहास और रोचक तथ्य – History of Jaisalmer in Hindi
जैसलमेर का इतिहास अति प्राचीन माना जाता है। इतिहासकारों के अनुसार राजस्थान का यह शहर प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता का क्षेत्र रहा होगा। प्राचीनकाल में इस भू -भाग को ’माडधरा’ अथवा ’वल्लभमण्डल’ से जाना जाता था।
कहा जाता है की महाभारत की लडाई के बाद काफी मात्रा यादवों ने मथुरा से दूर फैले। उनमें ही से कुछ यादव छठी शताब्दी के आसपास जैसलमेर में रहने लगे।
इसी कारण जैसलमेर के प्राचीन राजा अपने को भगवान कृष्ण के वंशज मानते थे। इस प्रकार आगे चलकर यादवों के वंशज भाटी राजपूत कहलाये।
कहा जाता है की भाटी राजपूतों ने अपनी प्रथम राजधानी तनोट, दूसरी लौद्रवा और तीसरी राजधानी जैसलमेर में बनाई।
वर्तमान जैसलमेर की स्थापना करीब 950 साल पहले भाटी राजपूत रावल ने की थी। उन्होंने इसकी स्थापना 1156 में की और उन्ही के नाम इस शहर का नाम जैसलमेर पड़ा।
कहते हैं की रावल जैसल के वंशजों ने हमारे देश भारत के गणतंत्र होने तक बिना वंश क्रम को भंग किए हुए करीब 770 वर्ष तक लगातार शासन किया।
क्लांगतर में जैसलमेर पर खिलजी, मुगलों और राठोर राजाओं ने भी आक्रमण किया। राज्य में मेवाड़ और जैसलमेर दो सबसे प्रसिद्ध क्षेत्र रहा है जहाँ सबसे अधिक समय तक किन्ही राजवंशों का शासन रहा।
भारत में अंग्रेज़ी शासन की शुरुआत से लेकर भारत की आजादी तक यहाँ के राजाओं ने अपने वंश गौरवमयी परंपरा को बनाए रखा।
जैसलमेर के उपनाम :–
कहा जाता है की जैसलमर की स्थापना जैसल रावल ने 1156 ईस्वी में किया था। उन्ही के नाम पर इसका नाम जैसेलमेर पड़ा। राजस्थान के इस शहर के कई नाम उपनाम हैं। जैसेलमेर के उपनाम हैं –
- हवेलियों का शहर,
- राजस्थान का अंडमान ,
- म्यूजियम सिटी,
- रेगिस्तान का गुलाब,
- पीले पत्थरों का शहर,
- झरोखों की नगरी,
जैसेलमेर के दर्शनीय स्थल – Jaisalmer tourist places in hindi
जैसलमेर का किला
जैसलमेर का किला कई सदी से अपने शानदार वैभव के साथ खड़ा है। जैसलमेर का किला सबसे बड़ा रेगिस्तान में रहने वाला किला (Largest desert living forts in Hindi) है।
यह किला जमीन से करीब 80 मीटर ऊंचा अरावली पर्वत के पहाड़ी पर अवस्थित है। इस किले के प्राचीर के अंदर पूरी बस्ती, होटल आदि मौजूद हैं।
इसके अलावा जैसलमेर के पर्यटन स्थल की सूची में व्यास छतरी, बड़ा बाग, सलीम सिंह की हवेली, ताजिया टावर, गड़ीसार लेक, पटवों की हवेली, कुलधरा गाँव, जैन मंदिर, नाथमल की हवेली, सैम सैंडड्यू न्स आदि नाम हैं।
जैसलमेर का डेजर्ट महोत्सव – Desert Festival of Jaisalmer in Hindi
थार रेगिस्तान में स्थित जैसलमेर अपने डेजर्ट महोत्सव के लिए भी जाना जाता है। यहाँ हर साल फरवरी महीने में डेजर्ट महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
इस महोत्सव के दौरान ऊंट दौड़, पगड़ी ट्राइंग टूर्नामेंट आदि राजस्थान के सांस्कृतिक को नजदीक से देखने का मौका देता है। इस महोत्सव में देशी और विदेशी पर्यटक दोनों देखने आते हैं।
जैसलमेर का भूगोल
जैसलमेर राजस्थान राज्य का एक मरुस्थलीय शहर है। यह पाकिस्तान की सीमा के पास होने के कारण सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
जैसलमेर की चौहद्दी की बात की जाय तो इसके उत्तर, उत्तर पश्चिम और दक्षिण पश्चिम की अधिकतर भूभाग पाकिस्तान की सीमा से लगती है। साथ ही इसके पूर्वोत्तर में बीकानेर पुरब में जोधपुर और दक्षिण में बाड़मेर स्थित है।
जैसलमेर की भौगोलिक स्थिति
राजस्थान का जैसलमेर राज्य के पश्चिम भाग में थार रेगिस्तान के दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है। जैसलमेर की भौगोलिक स्थिति २०००१ से २०००२ उत्तरी अक्षांश व ६९०२९ से ७२०२० पूर्व देशांतर अंकित की जाती है।
जैसलमेर की विशेषताएँ
जैसलमेर शहर बलुआ पीले पत्थर से निर्मित होने के कारण धूप में सुनहरा दिखता है। जो इस नगर की विशेषता कही जा सकती है।
जैसलमेर की स्थापत्य कला
जैसलमेर की स्थापत्य कला की अभिव्यक्ति यहां के दुर्ग, मंदिरों, हवेलियों, जलाशयों, छतरियों से दिखाई पड़ती है। यहाँ इतने दुर्ग और हवेली अवस्थित हैं की इसे हवेली का शहर भी कहा जाता है।
स्थापत्य कला का सुंदर नमूना जैसलमेर का किला भी सदियाँ से यहाँ के शासकों के गौरवपूर्ण इतिहास का साक्षी रहा है।
जैसलमेर तहसील लिस्ट
जैसलमेर जिले में कुल 4 तहसीलें है। इन तहसीलों के नाम हैं फतेहगढ़, जैसलमेर,बयाना और पोखरण। इन तहसीलों में सबसे बड़ी तहसील जैसलमेर और सबसे छोटी फतेहगढ़ है।
जैसलमेऱ जिले में विधान सभा की सीटें
जैसलमेर जिले के अंतर्गत विधान सभा की जैसलमेर और पोखरण दो सीटें हैं।
जैसलमेर का प्राचीन नाम क्या है?
प्राचीन काल में जैसलमेर क्षेत्र का भू-भाग ‘माडधरा’ अथवा ‘वल्लभ मण्डल’ आदि नामों से प्रसिद्ध था।
जैसलमेर कहां है?
जैसलमेर क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला है। जैसलमेर करीब 38401 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला राजस्थान के कुल क्षेत्रफल का करीब 11.2 प्रतिशत है।
जैसलमेर क्यों प्रसिद्ध है?
राजस्थान का सुंदर शहर जैसलमेर अपने भव्य किला, नक्काशीदार हवेलियों, गलियों, प्राचीन जैन मंदिरों के साथ-साथ मेलों और उत्सवों के लिये पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं।
जैसलमेऱ जिले में कितने गांव है
जैसलमेर जिले के कुल तहसीलों के अंतर्गत करीब 700 गाँव आते है। एक रिपोर्ट के आधार पर जैसलमेर में करीब 371, पोखरण में 296 गांव है।
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बाहरी कड़ियाँ (References)
जैसलमेर की जानकारी विककिपीडिया