जानिये महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड क्या होता है पूरी जानकारी
महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड (MGNREGA Job Card)– की पूरी जानकारी- हमारा देश भारत गाँव का देश है और हमारे गाँव में अभी भी नरेगा जॉब कार्ड के बारें में पूरी तरह नहीं जानते। इसे संक्षेप में मनरेगा भी कहा जाता है।
यह भारत सरकार की ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित एक रोजगार योजना है। सरकार द्वारा चलाये जा रहे इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर विकास के साथ-साथ अकुशल वयस्क मजदुरों की आर्थिक दशा बेहतर बनाना है।
पंचायत अथवा ग्राम स्तर पर मनरेगा योजना के अंतर्गत काम करने वाले मजदूरों के पास अथवा काम चाहने वाले मजदूरों के पास जॉब कार्ड होना जरूरी है। भारत सरकार इस योजना के सफल क्रियान्वयन के प्रतिवर्ष अपने बजट में एक बहुत बड़ी धनराशि का आबंटन करती है।
लेकिन लोगों नरेगा जॉब कार्ड बारे में जानकारी के अभाव में उसका लाभ नहीं ले पाते हैं। इस लेख में नरेगा जॉब कार्ड से संबंधी अहम जानकारी देने की कोशिस की गई है।
महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड क्या है (Information about MGNREGA Job Card in Hindi)
मनरेगा का पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी है। महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड को अंग्रेजी में MGNREGA भी कहा जाता है। जॉब कार्ड के लाभ की बात करें तो यह कार्ड ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पंचायत स्तर में ही रोजगार प्राप्त करने में सहायता प्रदान करता है।
यह भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत ग्रामीण स्तर पर लोगों को 100 दिन का रोजगार देने की योजना है। यह कार्ड ग्राम और पंचायत स्तर पर अकुशल मजदुरों को प्रदान किया जाता है। जिसके तहद उन्हें वर्ष में 100 दिन की रोजगार पाने में मदद करता है।
महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड संख्या (नरेगा जॉब कार्ड नंबर)-
नरेगा जॉब कार्ड मजदूरों को काम पाने की अधिकार की गारंटी प्रदान करती है। इस योजना के अंतर्गत मजदूर को एक कार्ड दिया जाता है। जिस पर एक नंबर अंकित होता है। इसे ही नरेगा जॉब कार्ड नंबर के नाम से जाना जाता है।
उस कार्ड के ऊपर जॉब कार्ड नंबर के साथ साथ मजदूर और मजदूरी के बारें में पूरा विवरण लिखा अंकित होता है। अर्थात उसने कितने दिन और कौन से कार्य किया। उस कार्य के लिए उसकी मजदूरी कितनी बनती है।
इन सब बातों का पूरा डिटेल्स मजदूर को जारी कीये गए जॉब कार्ड में लिखा जाता है।
जॉब कार्ड कैसे प्राप्त किया जाता है।
ग्राम स्तर पर यह जॉब कार्ड अकुशल मजदूरों को 100 दिन की मजदूरी प्राप्त करने में मदद करता है। यह जॉब कार्ड मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहद अकुशल मजदूरों को जारी किया जाता है।
जिससे उन्हें अपने गाँव में रोजगार पाने में मदद करता है। इस योजना के अंतर्गत काम पाने के इच्छुक मजदूर के पास जॉब कार्ड होना आवश्यक है।
जॉब कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें ?
जॉब कार्ड प्राप्त करने के इच्छुक मजदूर को अपने पंचायत में एक आवेदन देना होता है। आवेदन के जांच के बाद उन्हें उनके नाम का यह जॉब कार्ड जारी किया जाता है।
इस जारी करने से पहले मजदूर को कई आवश्यक दस्तावेज जमा कराने होते हैं। जैसे की वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड की फोटोकॉपी, बैंक पासबुक की छायाप्रति ताकि आवश्यक जांच के बाद मजदूरों की मजदूरी सीधे उनके खाते में जमा हो सकें।
अनलाइन जॉब कार्ड की जानकारी जॉब कार्ड जारी करने के बाद इस रिपोर्ट संबंधित मंत्रालय को भेज दी जाती है। उसके बाद मजदूरों का नाम अनलाइन भी चेक किया जा सकता है।
इसे भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की ऑफिसियल वेबसाइट (nrega.nic.in) पर देखा जा सकता है। इस साइट पर मनरेगा जॉब कार्ड से सम्बंधित सभी जानकारी मिल जाती है।
जॉब कार्ड कैसे चेक करें स्टेप बाइ स्टेप
आपने अपने नरेगा जॉब कार्ड की जानकारी ऑनलाइन अपने मोबाईल से भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए बड़ा ही सरल स्टेप है। सबसे पहले ऑफिसियल वेबसाइट nrega.nic.in खोला जाता है। उसके बाद नरेगा जॉब कार्ड पर क्लिक किया जाता है।
क्लिक करने के बाद अपने राज्य को सेलेक्ट करें। राज्य को सिलेक्ट करने के बाद अपने जिले और फिर पंचायत को सेलेक्ट करें। उसके बाद रोजगार पुस्तिका पर क्लिक कर नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट को देखा जा सकता है।
F.A.Q
मनरेगा के तहत जॉब कार्ड की वैधता क्या है?
मनरेगा के तहत मजदूरों को प्रदान कीये जाने वाले जॉब कार्ड की वैधता 5 वर्ष होती है।
नया जॉब कार्ड बनाने के लिए क्या-क्या चाहिए
जॉब कार्ड हेतु जरूरी दस्तावेज में आधार कार्ड, पासपोट साइज फोटो, राशन कार्ड, बैंक खाता पासबुक, वोटर आईडी कार्ड की जरूरत पड़ सकती है।
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