भारत के राज्य : पश्चिम बंगाल की पूरी जानकारी – Information about West Bengal in Hindi
पश्चिम बंगाल की पूरी जानकारी – Information about West Bengal in Hindi
पश्चिम बंगाल (State of India) भारत के पूर्व में बसा एक सुंदर प्रदेश है। जितना यह प्रदेश खूबसूरत है उतने ही कला और संस्कृति में यहाँ के लोग सबसे आगे है। यह भूमि है महान संत स्वामी विवेकानंद की जिन्होंने दुनियाँ को वेदान्त का पाठ सिखाया।
यह भूमि है चैतन्य महाप्रभु की जिन्होंने भक्ति का मार्ग दिखाया। यह भूमि है अमर स्वतंरता सेनाना विपिन चंद्र पाल, अरविंद घोष, खुदीराम बोस और कन्हैयालाल दत्त की जिन्होंने वतन के वास्ते अपनी जान कुरवान कीये।
यह भूमि है गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर की जिन्होंने साहित्य में नॉवेल पुरस्कार प्राप्त कर देश का नाम रौशन किया। पश्चिम बंगाल के लोग साहित्य, गीत-संगीत और नृत्य में अन्य राज्यों से आगे हैं।
इस राज्य की जितनी प्रसंशा की जाय उतनी ही कम है। यहाँ के लोग खेल प्रेमी है। किर्केट और फुटबॉल यहाँ के लोगों का पसंदीदा खेल है। पूर्व किर्केट कप्तान सौरव गांगुली इसी प्रदेश के हैं। कभी इस प्रदेश के कोलकता में भारत के राजधानी हुआ करती थी।
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यहाँ की मोहन बगान और ईस्ट बंगाल की फुटबाल टीम पूरे भारत में प्रसिद्ध है। पर्यटन की दृष्टि से भी बंगाल अच्छा है। विश्व के सैलानियों के लिए यह प्रदेश बेहद पसंदीदा है।
यहाँ के हिल स्टेशन दार्जिलिंग की मनमोहक खूबसूरती दुनिया भर के पर्यटक को आकर्षित करती हैं। आईए इस लेख के माध्यम से पश्चिम बंगाल का इतिहास और इसकी रोचक जानकारी के बारे में जानते हैं।
पश्चिम बंगाल की जानकारी – Paschim Bangal ki Jankari
राज्य का नाम | पश्चिम बंगाल (West Bengal) |
पश्चिम बंगाल की राजधानी | कोलकत्ता (Kolkata ) |
राज्य स्थापना वर्ष | 1947 |
पश्चिम बंगाल का क्षेत्रफल | 88,752 वर्ग किमी |
पश्चिम बंगाल का राजकीय पशु | मत्सय बिल्ली(फिशिंग कैट’) |
पश्चिम बंगाल की राजकीय पक्षी | सफेद गर्दन वाला ‘किंगफिशर’ |
पश्चिम बंगाल की राजकीय फूल | शेफाली’ |
पश्चिम बंगाल की राजकीय वृक्ष | सप्तपर्ण (Alstonia scholaris) |
पश्चिम बंगाल के प्रथम राज्यपाल | चक्रवर्थी राजगोपालचारी |
पश्चिम बंगाल के प्रथम मुख्यमंत्री | प्रफुल्ल चंद्र घोष |
पश्चिम बंगाल में कुल जिले | 23 |
राज्य में लोकसभा की कुल सीटें | 42 |
राज्य में राज्यसभा की कुल सीटें | 16 |
विधानसभा की कुल सीटें | 294 |
राज्य का सर्वोच्च पर्वत शिखर | संदक्फू चोटी |
पश्चिम बंगाल का इतिहास – west bengal history in hindi
बंगाल का प्राचीन इतिहास
इस प्रदेश का इतिहास अति प्राचीन माना जाता है। बंगाल का प्राचीन इतिहास ईसापूर्व 3 री सदी से ही ज्ञात है। यह प्रदेश कभी मौर्य साम्राज्य और फिर गुप्त वंश के अधीन रहा।
लेकिन कुछ विद्वानों के अनुसार बंगाल पर मौर्य और गुप्त बंश के प्रभुत्व का कुछ खास असर नहीं हुआ। कहा जाता है की सिकंदर के आक्रमण के समय बंगाल पर गंगारिदाई साम्राज्य का अधिपत्य था।
उसके बाद शशांक बंगाल के शासक हुए। कलांतर में इस प्रदेश में पाल वंश का उदय हुआ। पाल वंश के राजाओं नें बंगाल की धरती पर काफी लंबे समय तक शासन किया।
बाद में बंगाल दिल्ली सल्तनत के अधीन होकर मुस्लीम शासकों के द्वारा शासित होने लगा। जब अंग्रेज भारत आए तब यहाँ दिल्ली सल्तनत का ही राज था। लेकिन धीरे-धीरे सत्ता की बागडोर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के पास या गई।
सन 1757 की पलासी की लड़ाई में अंग्रेज ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को हरा दिया। इस लड़ाई के बाद बंगाल, बिहार और ओडिशा के दीवानी अंग्रेज के पास आ गया।
इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल नाम दिया। शासन को शुचारु रूप से चलाने का हवाला देखर ब्रिटिश सरकार ने 1905 में बंगाल का बँटबारा कर दिया।
हालांकि जनता के विरोध के कारण इसे वापस लेना पड़ा।
बंगाल का आधुनिक इतिहास
बंगभूमि है उन अनेकों वीर स्वतंरता सेनानी की जिन्होंने मातृभूमि की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। सन 1947 में जब भारत आजाद हुआ तब बंगाल को दो टुकड़ों में बाँटा गया।
बंगाल का पूर्वी भाग जहाँ मुस्लीम आबादी अधिक थी वह पूर्वी पाकिस्तान बना। बंगाल का पश्चिम हिस्से पश्चिम बंगाल के नाम से भारत का एक राज्य बना।
इस प्रकार बंगाल का भूतकालीन इतिहास पर नजर दौड़ाया जाय तो यह काफी जोड़-तोड़ भरा रहा है। इस राज्य की सीमा का कई बार विस्तार व संकुचन हुआ।
पश्चिम बंगाल का वर्तमान स्वरूप राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 की सिफारिशों के आधार बना। जहां इसमें कुछ बंगाली भाषी क्षेत्रों को मिलाया गया तथा कुछ गैर बंगाली भाषी क्षेत्र को हटाया गया।
राज्य के गठन के बाद यहाँ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने सन 1977 तक राज्य किया। लेकिन 1977 के चुनाव के बाद पहली बार यहाँ कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार बनी।
इस पार्टी की सरकार ने बंगाल में लंबे समय तक शासन करने का रिकॉर्ड बनाया। कम्युनिस्ट पार्टी के प्रसिद्ध नेता ज्योति वसु पश्चिम बंगाल के 35 साल तक मुख्यमंत्री रहे।
लेकिन 2011 के विधान सभा चुनाव में ममता वनर्जी की पार्टी ने कम्युनिस्ट पार्टी को हराकर सत्ता पर काबिज हो गई। इस प्रकार ममता वनर्जी राज्य की पहली मुख्य मंत्री बनने का गौरव हासिल किया।
पश्चिम बंगाल की राजधानी – capital of west Bengal in Hindi
Paschim bangal ki rajdhani कोलकाता है। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता एक इतिहासिक शहर है। ब्रिटिश काल में कलकता भारत का सबसे विकसित नगर था और कभी यह भारत की राजधानी हुआ करती थी।
पर्यटन की दृष्टि से कोलकाता भारत में अहम स्थान रखता है। हावड़ा ब्रिज और विक्टोरिया मेमोरियल कोलकता की पहचान है।
पश्चिम बंगाल में कितने जिले हैं और उनके नाम?
पश्चिम बंगाल के जिले (west bengal district list)-पश्चिम बंगाल में कुल 23 जिले हैं। इन जिलों के नाम है- अलिपुरद्वार, बंकुरा, कलिम्पोंग, बीरभूम, बर्दवान, पश्चिम बर्दवान, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, दार्जिलिंग, हुगली, हावड़ा,
जलपाईगुड़ी, झारग्राम, कोलकता, मालदा, मुर्शिदाबाद, नाडीया, कुच बिहार, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर और पुरुलिया।
पश्चिम बंगाल की राज्य व्यवस्था
पश्चिम बंगाल में एक सदनीय शासन व्यवस्था है। पश्चिम बंगाल में विधान सभा की कुल 294 सीटें हैं। यहाँ राज्य सभा 16 की तथा लोकसभा की 42 सीटें हैं।
पूरे राज्य का संचालन 23 जिलों में विभक्त कर किया जाता है। राज्य का उच्च न्यायालय कोलकाता में स्थित है।
पश्चिम बंगाल की भाषा – language of West Bengal in Hindi
पश्चिम बंगाल की मुख्य भाषा बंगाली है। इस राज्य की अधिकांश आबादी बंगाली भाषा बोलते हैं। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग इलाके में लोग नेपाली बोलते हैं।
लेकिन प्रसासनिक कामकाज में अंग्रेजी भाषा का भी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा यहाँ के लोग हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी, उडिया और संथाली भाषा भी बोलते हैं।
पश्चिम बंगाल की संस्कृति – west bengal culture in hindi
वेस्ट बंगाल के निवासी नृत्य, संगीत और कला प्रेमी होते हैं। यही कारण है की बंगाल कला, साहित्य, संगीत और नाट्य में वर्षों से आगे है। पश्चिम बंगाल की संस्कृति की झलक यहाँ मनाये जाने वाले उत्सव और त्योहारों के दौरान भी दिखाई पड़ती है।
भारतीय सिनेमा में इस प्रदेश के लोगों का अहम योगदान रहा है। पश्चिम बंगाल ने देश को कई संगीतकार, गायक और एक्टर दिये हैं। सत्यजित रे, तपन सिन्हा, मृणाल सेन, अपर्णा सेन जैसे महान फिल्म निर्देशक इसी धरती के लाल हैं।
गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर पश्चिम बंगाल से ही थे। जिन्हें साहित्य के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया। उन्हें अपनी रचना गीतांजलि के लिए विश्व प्रसिद्ध नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
भक्ति भावना में भी यहाँ के लोग आगे हैं। यहाँ के लोग दुर्गा पूजा और काली पूजा बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं। इस दौरन इस राज्य की छटा देखते ही बनती है।
पश्चिम बंगाल का भूगोल
पश्चिम बंगाल का क्षेत्रफल (area of west bengal) 88,752 वर्ग किमी. है। इस राज्य की भौगोलिक स्थिति की चर्चा करें तो यह 23 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 88 डिग्री पूर्वी देशांतर में है। भारत के पूर्वी भाग में स्थित पश्चिम बंगाल एक विविधता भरा राज्य है।
इस राज्य की सीमायें उत्तरपूर्व में असम तथा पश्चिम में झारखंड तथा बिहार से सटी है। पश्चिम बंगाल के पूरब में बांग्लादेश और पश्चिम में भूटान तथा सिक्किम स्थित हैं।
पश्चिम बंगाल में बहने वाली प्रमुख नदियां में गंगा, हुगली, भागीरथी, मयूराक्षी और दामोदर के नाम प्रमुख हैं।
यहाँ की बहने वाली दामोदर नदी हर साल बाढ लोगों के जन जीवन को बहुत प्रभावित करती रहती है। यही कारण है की दामोदर नदी को बंगाल का शोक कहा जाता है।
पश्चिम बंगाल की अर्थव्यवस्था
इस राज्य की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। पश्चिम बंगाल के अधिकांश आवादी खेती पर निर्भर करती है। भारत के यह राज्य जुट, चावल और चाय के उत्पादन के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
चावल यहाँ के लोगों का मुख्य खाधन्न है। इसके अलावा यहाँ मक्का, गेंहू, जौ, आलू, तिलहन,पान और तंबाकू की भी अच्छी उपज होती है। खनिज संसाधन में भी यह राज्य उन्नत है।
यहाँ से बड़ी मात्रा में चूना पत्थर, डोलोमाइट और चीनी मिट्टी का निर्यात किया जाता है। इसके अलावा यहाँ कई इंजीनियरिंग, केमिकल और मशीनरी उद्योग भी लोगों को रोजगार मुहैया करता है।
उपयुक्त सारे फेक्टर मिलकर इस राज्य की अर्थव्यवस्था को निर्धारित करती है।
पश्चिम बंगाल का रहन-सहन –
भारत की इस प्रदेश की अधिकांश आबादी गांवों में निवास करती है। यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ सोहार्द पूर्वक मिलकर रहते हैं। राज्य की बहुसंख्यक आवादी हिंदू समुदाय की है तथा दूसरे स्थान पर मुस्लिम आवादी है।
इसके अलाबा यहाँ आदिवासी जनजातियों का समुदाय भी निवास करती है। यहाँ कई प्रकार के जनजाति पायी जाती है जिसमें लेपचा, संताल, भूटिया और ओराओ आदि प्रमुख हैं।
पश्चिम बंगाल की वेशभूषा – paschim bangal ki veshbhusha
बंगाल की वेशभूषा में बंगाल की महिलाएं की पारंपरिक वेशभूषा साड़ी है। यहाँ की महिलायें साड़ी, वलॉज और लड़कियां शलवार कमीज पसंद करती हैं। बंगाली पुरुषों के पारंपरिक पोशाक में धोती और कुर्ता शामिल हैं। लेकिन आधुनिक युवक शर्ट पेंट और जींस पसंद करते हैं।
पश्चिम बंगाल का मुख्य भोजन
किसी भी राज्य का ख़ान -पान वहाँ की जलवायु और भौगोलिक स्थिति पर भी निर्भर करती है। पश्चिम बंगाल में धान की खेती बहुत ज्यादा होती है। साथ ही यहाँ के लॉग मछली के बहुत ही शौकीन होते हैं।
फलतः पश्चिम बंगाल के लोगों का मुख्य भोजन मछली और भात है। यहाँ के मिठाइयों में बंगाली रसगुल्ले पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल पारंपरिक व्यंजन में लूची-आलूर दम, काठी रोल्स आदि फेमस हैं।
पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल
पश्चिम बंगाल पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है। पूर्वी भारत के इस राज्य का हिल स्टेशन सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। यहाँ के हरे भरे जंगल, पहाड़, समुद्र तट, धार्मिक स्थल पर्यटक का पसंदीदा जगह बनाती है।
यहाँ के हिल स्टेशन में प्रसिद्ध दार्जिलिंग का मनभावन नजारे, चाय के खूबसूरत बागान, दूर तक फैली हरियाली, शांत वातावरण, सुंदर घाटियां पर्यटक को सुखद अहसास दिलाती है।
यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल में प्रमुख हैं- गंगासागर, अयोध्या हिल, बंदेल चर्च, कूचबिहार पैलेस, कर्जन गेट, दीघा समुद्र तट, गांधी घाट, इंडियन बोटेनिकल गार्डन, मायापुर का इस्कान, कांतानगर मंदिर प्रसिद्ध हैं।
इसके साथ ही रायगंज पक्षी अभयारण्य, शांतिनिकेतन,सुंदरबन राष्ट्रीय पार्क, विक्टोरिया मेमोरियल, दार्जिलिंग, हावड़ा आदि यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।
पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध व्यक्ति
वेस्ट बंगाल के प्रसिद्ध व्यक्ति में स्वामीविवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, रवीन्द्रनाथ टैगोर, बंकिम चंद्र चटर्जी, खुदीराम बोस, सत्यजित रे, जगदीश चन्द्र वसु, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, शरत चन्द्र चट्टोपाध्याय, सत्येन्द्र नाथ बोस, राजा राममोहन राय, सौरभ गांगुली, प्रणव मुखर्जी, अमर्त्य सेन आदि नाम हैं।
बंगाल की राजधानी क्या है (west bengal ki rajdhani kya hai)
बंगाल की राजधानी कोलकाता है। कोलकता ब्रिटिश इंडिया में कभी पूरे भारत की राजधानी हुआ करती थी।
बंगाल में क्या प्रसिद्ध है?
बंगाल अपने अंदर अनेकों कला और संस्कृति को समेटे हुए है। बंगाल इतिहासिक विरासत, खानपान, पर्यटन स्थल और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।
पश्चिम बंगाल में कौन सा हिल स्टेशन है?
पश्चिम बंगाल का एक मात्र हिल स्टेशन दार्जिलिंग है। दार्जिलिंग अपने चाय के खेती के लिए भी प्रसिद्ध है।
बंगाल का राजा कौन था?
मुगल बादशाह ने अलवीवर्दी खां को बंगाल का प्रथम नवाब घोषित किया था। सिराजुद्दौला बंगाल का अंतिम स्वतंत्र नवाब था।
बंगाल में कुल कितने जिले हैं?
पश्चिम बंगाल में कुल 23 जिले हैं।
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