मेहरानगढ़ किले के बारे में जानकारी – mehrangarh fort jodhpur information in hindi
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मेहरानगढ़ किला भारत के राजस्थान राज्य के जोधपुर शहर के पास एक पहाड़ी पर स्थित है। मैदान से करीब 125 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मेहरानगढ दुर्ग जोधपुर की पहचान है। मेहरानगढ़ की स्थापना 1460 में हुई थी। मेहरानगढ़ दुर्ग की नींव राव जोधा ने रखी थी।
राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित इस किले की गिनती देश के प्राचीन और भव्य किले में की जाती है। राजस्थान का यह प्राचीन किला राजपूतों राजाओं की समृद्धशाली और गौरवशली अतीत का प्रतीक है।
विस्तृत क्षेत्र में फैले और म्यूर आकृति के समान होने के कारण इसे मेहरानगढ़ दुर्ग के नाम से जाना जाता है। इस किले परिसर में चामुंडा देवी मंदिर स्थित है। जहाँ नवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालु की अपार भीड़ जमा होती है।
इस किले में स्थित सुंदर और भव्य महल, खूबसूरत दरवाजे और जालीदार खिड़कियां किले की शोभा को बढ़ाती है। किले में मोती महल, फूल महल, शीश महल बेहद खास हैं।
ऊँची पथरीली चट्टान पहाड़ी पर स्थित इस किले से जोधपुर सिटी का मनोरम नजारा दिखाई पड़ता है। इस किले को देखने लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष जोधपुर आते हैं।
वेब स्टोरी के माध्यम से इस किले को जाने – Mehrangarh fort web stories in Hindi
मेहरानगढ़ किला का इतिहास – mehrangarh fort jodhpur history in hindi
मेहरानगढ़ किला भारत के राजस्थान राज्य के जोधपुर शहर में स्थित एक भव्य किला है। जोधपुर का यह किला चिड़ियाटूक पहाड़ी पर बना हुआ है। राजस्थान के इस किले की गिनीत भारत के विशालतम किले में की जाती है।
इतिहासकार के अनुसार मेहरानगढ़ किला को मारवाड़ के राजा राव जोधा ने वर्ष 1460 में बनवाया था। राव जोधा ने इस किला का निर्माण जोधपुर के निकट एक पहाड़ की चोटी पर किया था।
पूरा किला करीब दस किलोमीटर लंबी और ऊँची अभेद दीवार से घिरा हुआ है। किले तक पहुचने के लिए घुमावदार रास्ते बने हैं जहाँ से किले तक पहुचा जा सकता है।
मेहरानगढ़ की विशेषताएं – mehrangarh fort jodhpur in hindi
मेहरानगढ़ किले की बनावट बेमिसाल है। करीब 400 फिट की ऊँची चिड़ियाटूक पहाड़ी पर स्थति इस किले से पाकिस्तान को देखा जा सकता है। इस किले में आठ द्वारों व अनेकों बुर्जों बने हुए हैं जो किले को भव्यता प्रदान करता है।
मेहरानगढ़ किले परिसर में कई सुंदर महल निर्मित हैं। जिसकी खूबसूरत नक्काशी बरबस ही पर्यटक का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है।
इस किले में स्थित सुंदर और भव्य महल, खूबसूरत दरवाजे और जालीदार खिड़कियां किले की शोभा को बढ़ाती है। किले में मोती महल, फूल महल, शीश महल बेहद खास हैं।
फूल महल
जैसा की नाम से ही प्रतीति होता है। जोधपुर में स्थित फूल के समान यह खूबसूरत महल अत्यंत ही भव्य है। इसके निर्माण में लगा सोना अहमदाबाद से लाया गया था।
शीश महल
मेहरानगढ़ किले के परिसर के परिसर में स्थति कांच का बना शीश महल दर्शनीय है। छत और फर्श तक कांच की सुंदर नक्काकाशी बहुत ही आकर्षक है।
मोती महल
मोती महल सुंदर मोती से सुसज्जित खूबसूरत महल है। इस महल के कांच की खिड़कियों से रानियों जोधपुर के शाही सिंहासन में होने वाली कार्यवाही को देख सकती थी।
मेहरानगढ़ किले का म्यूजियम
इस किले के अन्दर के एक भाग को संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है। इस संग्रहालय में कुल 14 कमरे हैं। इसमें शाही हथियारों, गहनों और वेशभूषाओं को देखा जा सकता है।
इस म्यूजियम की गिनती राजस्थान के सबसे बेहतरीन और प्रसिद्ध म्यूजियम में होती है। म्यूजियम में रखा पुरानी शाही पालकि देखने योग्य है।
मेहरानगढ़ की तोपे
जोधपुर के मेहरानगढ़ फोर्ट उस बक्त की कई एतिहासिक तोपें दर्शनीय है। ये सभी तोपों का अपना इतिहास रहा है। मेहरानगढ़ की तोपों के नाम में कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं।
मेहरानगढ़ की तोपों के नाम
- किलकिला,
- शंभुबाण,
- जमजमा,
- कड़क बिजली,
- वगस वाहन,
- बिच्छु बाण,
- गजनी खान,
- नुसरत,
- गुब्बार
- धुड़धानी
मेहरानगढ़ दुर्ग के अन्य नाम
मेहरानगढ़ दुर्ग सूर्यनगरी के नाम से प्रसिद्ध जोधपुर शहर में स्थित है। मेहरानगढ़ दुर्ग को मयूरध्वज गढ़ के नाम से भी जाना जाता था।
मेहरानगढ़ दुर्ग के बारे में रोचक जानकारी
- मेहरानगढ़ फोर्ट स्थापत्यकला का अद्भुत नमूना है। यह किला सुंदर महलों और खूबसूरत नक्काकासी के कारण पर्यटक के आकर्षण का केन्द् है|
- मेहरानगढ़ दुर्ग या मेहरानगढ़ फोर्ट के नाम से प्रसिद्ध यह किला राजस्थान के जोधपुर के मध्य स्थित है। जोधपुर की पहचान और शान इस किले की ऊंचाई जमीन से करीब 125 मीटर है।
- विशाल क्षेत्र में फैले और म्यूर आकृति के समान होने के कारण इसे मेहरानगढ़ दुर्ग कहा जाता है। इस किले परिसर में स्थित चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्रि में अपार भीड़ होती है।
- इतिहासकार के अनुसार इस किले की नींव 15वीं शताब्दी में राव जोधा द्वारा रखा गया था। लेकिन इसे पूरा करने का श्रेय महाराज जसवंत सिंह को जाता है।
- सुरक्षा के लिहाज से यह किला विशाल तथा दस किलोमीटर लंबी दीवार से घिरा है। ऊंचाई पर स्थित इस दुर्ग से जोधपुर शहर की खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है।
- इस किले के अन्दर के एक भाग को संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है। इस संग्रहालय में कुल 14 कमरे हैं। इसमें शाही हथियारों, गहनों और वेशभूषाओं को देखा जा सकता है।
- इस किले परिसर में कई हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों के दृश्य को भी फिल्माया गया है। किले में हॉलीवुड फिल्म द डार्क नाइट राइजेस को भी शूट किया गया है।
- यह किला हॉलीवुड एक्ट्रेस लिज हर्ले की शादी का भी गवाह है। हॉलीवुड एक्ट्रेस लिज हर्ले की शादी वर्ष 2007 में इसी किले में हुई थी।
मेहरानगढ़ फोर्ट जाने के समय
मेहरानगढ़ फोर्ट में यात्रा करने का उपयुक्त समय अक्टूबर से लेकर फरवरी के मध्य हो सकता है। इस दौरान जोधपुर का मौसम पर्यटन के अनुकूल होता है। यह किला दिन के 9 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक खुला रहता है।
मेहरानगढ़ फोर्ट जोधपुर कैसे जाएं
जोधपुर के इस किले को देखने के लिए आप जोधपुर सिटी से स्थानीय सवारी के माध्यम से किले तक पहुंचा जा सकता है। जोधपुर देश के किसी भाग से सड़क, रेल और वायुमार्ग से जुड़ा हुआ है।
मेहरानगढ़ फोर्ट टिकट प्राइस – Mehrangarh Fort Jodhpur Entry Fee
इस किले में प्रवेश के लिए भारत के नागरिक के लिए 100 और विदेशी नागरिक के लिए 500 रुपया है। किले के वर्तमान प्रवेश शुल्क और प्रवेश टाइम के बारें में एक बार इसके आधिकारिक वेबसाईट पर जरूर जायें।
F.A.Q
मेहरानगढ़ दुर्ग किस पहाड़ी पर स्थित है?
मेहरानगढ़ दुर्ग राजस्थान के जोधपुर शहर के पास चिड़ियाटूक पहाड़ी पर स्थित है।
मेहरानगढ़ दुर्ग राजस्थान के किस जिले में स्थित है?
मेहरानगढ़ दुर्ग राजस्थान के जोधपुर शहर के निकट जमीन से करीब 125 मीटर ऊँची पहाड़ी पर स्थित है।
मेहरानगढ़ दुर्ग की नींव किसने रखी?
कहा जाता है की मेहरानगढ़ दुर्ग की नींव राव जोधा रखी थी। बाद में इस किले में कई विस्तार हुए।
मेहरानगढ़ दुर्ग कहां स्थित है?
मेहरानगढ़ दुर्ग राजस्थान के जोधपुर शहर में एक ऊँची पहाड़ी पर स्थित है। जहाँ से पाकिस्तान दिखाई पड़ता है।