Places To Visit In Patna – पटना के दर्शनीय स्थल के बारें माने जानकारी,
पटना शहर का अपना एक एतिहासिक महत्व है। पर्यटन की दृष्टि से पटना का अपना विशेष स्थान है। अतीत काल के गौरवशाली इतिहास के अवशेष आज भी पटना में मौजूद हैं।
यहाँ Places To Visit In Patna शीर्षक वाले इस लेख में पटना व उसके आसपास के पर्यटन स्थल का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है।
पटना के दर्शनीय स्थल – Famous Places To Visit In Patna
1. गोलघर – Golghar Patna famous place in patna
गोलघर को पटना शहर की पहचान मानी जाती है। एक बक्त था जब गोलघर पटना की सबसे ऊंची इमारत कहलाती थी। गोलघर के चारों ओर घुमावदार चढ़ाई वाली 145 सीढ़ियाँ बनी हुई है।
इन सीढ़ियों के सहारे पर्यटक नीचे से गोलघर के ऊपरी भाग तक जा सकते हैं। पर्यटक 145 सीढ़ी वाले इस गोलघर पर चढ़कर पूरे पटना सहित गंगा का नजारा देख सकते थे।
पटना के इस इतिहाससिक गोलघर की दीवार 3.6 मीटर मोटी है। गोलघर की खास बात यह है की इसमें कोई खंभा नहीं है। इस गोलघर का निर्माण सैनिकों के लिए अनाज के भंडारण के लिए कराया गया था।
2. तख्त श्री हरमंदिर साहिब Famous Places To Visit In Patna
पटना साहिब सिखों के लिए अति पावन स्थल में से एक है। यह गुरुद्वारा पटना साहिब में स्थित है। यही पर सिक्खों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म 26 दिसम्बर 1666 को हुआ था।
यह स्थान पटना जंक्शन से करीव 4 की मी की दूरी पर स्थित है। यह तख्त सिख समुदाय के दूसरे सबसे बड़े तख्त के रूप में जाना जाता है।
प्रतिवर्ष लाखों की संखया में सिक्ख समुदाय के लोग व पर्यटक इस एतिहासिक गुरुद्वारा का दर्शन करने आते हैं। इस गुरु द्वारे का निर्माण महाराजा रंजीत सिंह ने गुरु गोबिन्द सिंह की यादगार में कराया था।
गुरुद्वारा श्री हरिमंदर जी पटना साहिब अपने अनुपम स्थापत्य कला के कारण पर्यटक का ध्यान आकर्षित करता है। Guru Gobind Singh Jayanti के अवसर पर आपर श्रद्धालु जमा होते हैं।
3. बड़ी पटन देवी मंदिर – shakti pith
पटना शहर में अवस्थित बड़ी पटन देवी मंदिर को शक्ति उपासना का मुखय केंद्र माना जाता है। पौराणिक ग्रंथों के आधार पर कहते हैं की जब भगवान शंकर सती के शरीर को लेकर गुस्से में तांडव नृत्य करने लगे।
उस दौरान सती के शरीर 51 टुकड़ों में खंडित हुए। सती के शरीर के भाग जहां-जहां गिरे, वहाँ शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है। कहते हैं की बड़ी पटन देवी मंदिर का महत्व इसीलिए है की यहां पर सती की दाहिनी जांघ गिरी थी।
इस मंदिर के गर्भ-गृह में माता की तीन स्वरूपों वाली प्रतिमाएं महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती विराजमान हैं। इस शक्तिपीठ की प्रतिमा सतयुग के समय की मानी जाती हैं।
4. अगम कुआं'( Agam Kuan )- tourist place in Patna
अगम का मतलब होता हैं कभी नहीं सूखने वाला। जैसा नाम से ही प्रतीति होता है इस कुएं का पानी कभी सूखता नहीं है। अगम कुआँ पटना में स्थित एक पुरातात्विक स्थल है।
यह अपने अंदर कई इतिहास की कहानियों और रहस्य को छुपाये हुए है। कहते हैं की इस कुएं का पानी कभी कम नहीं होता है। एक अन्य कविदंती के आधार पर कहते हैं की सम्राट अशोक के 99 भाई का संबंध इस कुएं से है।
सम्राट अशोक ने राजा बनने के लिए अपने 99 भाई को मरवाकर उनकी लाश को इसी कुएं में डलबा दिया था। इसकी एक और खासियत है कि इसके जल का रंग परिवर्तित होते रहता है।
5. कुम्हरार (kumrahar park)- TOURIST PLACE IN PATNA
कुम्हरार, पटना से करीब 5 कीमी की दूरी पर स्थित बिहार का सबसे प्राचीन एतिहासिक स्थल है। खुदाई के पश्चात इस स्थान पर प्राचीन पाटलिपुत्र शहर के पुरातात्विक अवशेष मिले हैं।
इसी पाटलीपुत्र से कभी अजातशत्रु, चन्द्रगुप्त और सम्राट अशोक ने अपने विशाल राज्य मगध का संचालन किया था। पाटलिपुत्र का उल्लेख मेगास्थनीज द्वारा लिखी गयी प्रसिद्ध पुस्तक इंडिका में भी मिलता है।
मेगास्थनीज एक यूनानी राजदूत जो चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में आया था। इस पुरातात्विक के पास एक संग्राहलाय मौजूद हैं जिसमें खुदाई से प्राप्त उस काल के चीजों को सहेज कर रखा गया है। हर बर्ष लाखों पर्यटक इस इतिहासिक स्थल को देखने पटना जाते हैं।
6. मनेर शरीफ (maner sharif)- TOURIST PLACE near PATNA
मनेर, पटना से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर पटना-विहटा राजपथ पर स्थित जगह है। यह स्थान एक महान सूफ़ी संत, हज़रत मखादुन याहिया मनेरी के मकबरे के लिए प्रसिद्ध है।
इस मकबरे का निर्माण बिहार के सूबेदार इब्राहिम खान ने सन 1616 ईस्वी में किया था। स्थापत्य कला की दृष्टि से यह मकबरा बहुत ही अनुपम हैं।
इस मकबरे के गुंबदनुमा छत पर कुरान की आयतें लिखी हुई है। इसके दीवारों पर बेहद ही सुंदर नक्कासी की गई है। इसके पास ही शाह दौलत अर्थात मखदूम दौलत की कब्र मौजूद है
जिसे छोटा दरगाह के नाम से जाना जाता है। सोन, पुनपुन और गंगा नदी के मिलन स्थल पर बना यह दरगाह मनेर की पहचान है।
7. महावीर मंदिर पटना (Mahivir mandir)- PLACEs to visit IN PATNA
यह मंदिर भगवान राम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित है। यह प्रसिद्ध हनुमान मंदिर, पटना जंक्शन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। पटना जंक्शन से बाहर निकलते ही इस मंदिर की झलक दिख जाती है।
कहते हैं की इस मंदिर की स्थापना सन 1730 ईस्वी के आसपास संत बलानन्द स्वामी के द्वारा की गयी थी। लेकिन सन 1983 ईस्वी में इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया।
इस मंदिर के पुनर्निर्माण का श्रेय भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवनिवृत अधिकारी किशोर कुणाल को दिया जाता हैं। जिनके अथक प्रयास से आज का यह भव्य मंदिर अपने बर्तमान स्वरूप में दिखाई देता है।
प्रतिदिन हजारों भक्तजन इस महावीर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते है।
8. सोनपुर मेला – TOURIST PLACE near PATNA
पटना से महज 20 कि.मी. गंगा के उत्तर पार सोनपुर में विश्व प्रसिद्ध पशु मेला लगता है। यह हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले के नाम से प्रसिद्ध है। स्थानीय लोग इसे छत्तर मेला के नाम से भी जानते हैं।
मेले के दौरान राज्यभ्रमण विभाग द्वारा भी दर्शनार्थियों के ठहरने की व्यवस्था भी की जाती है। यहाँ छोटे जानवर से लेकर हाथी, ऊंट, गाय, घोड़ा लगभग हर पालतू पशु की खरीद-विक्री की जाती है।
कहते हैं की कभी सुदूर देश से लोग यहाँ हाथी और घोड़े खरीदने आते थे। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा के दिन से शुरू होकर लगभग एक महीने चलता है। चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन काल में भी यह मेला लगता था।
9. पावापुरी – TOURIST PLACE near PATNA
पटना से करीब 80 कि.मी. दूर पश्चिम दिशा में पावापुरी स्थित है। पटना रांची राजमार्ग पर स्थित यह स्थान जैन समुदाय का प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां का जल मन्दिर पर्यटक को काफी आकर्षित करता है।
इसी स्थान का भगवान महावीर स्वामी ने महापरिनिर्माण को प्राप्त किया। मन्दिर में अंकित भगवार महावीर स्वामी के पदचिह्न की छाप पूजनीय है। निकट ही पीर मखदूम शाह की समाधि भी दर्शनीय है।
जैन समुदाय के अलावा अन्य पर्यटक की काफी यहॉं घूमने के लिए आते हैं।
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10. वैशाली – famous TOURIST PLACE near PATNA
यह स्थान पटना से करीव 50 कि.मी. की दूर गंगा के पार उत्तर दिशा में स्थित है। लिच्छवी वंश के राजकुमार के नाम पर इसका नाम विशालपुरी पड़ा जिसे अब वैशाली के नाम से जाना जाता है।
यहॉं पर आप बौद्ध स्तूप, चतुर्भुज महादेव, म्यूजियम में बुद्ध भस्म, ताम्र मुद्राएं, राजा विशाल का किला, मीरजनी की दरगाह, पाल बंश का बावन पोखर आदि देख सकते हैं।
वैशाली ही पास कुम्भग्राम में भगवान महावीर का हुआ था। यहीं पर द्वितीय बौद्ध समिति का आयोजन हुआ था। पटना से टैक्सी के द्वारा वैशाली का भ्रमण आसानी से किया जा सकता है।
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