देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी | Biography of Debdeep Mukhopadhyay in Hindi

देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी | BIOGRAPHY OF DEBDEEP MUKHOPADHYAY IN HINDI

देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी – Biography of Dr Debdeep Mukhopadhyay in Hindi

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय (Dr Debdeep Mukhopadhyay)भारत के एक प्रसिद्ध कंप्युटर विज्ञानी जो क्रिप्टोग्राफर के रूप में अपने विशेष पहचान रखते हैं।

उन्हें हार्डवेयर सुरक्षा, क्रिप्टोग्राफिक इंजीनियरिंग, क्रिप्टोसिस्टम का डिज़ाइन ऑटोमेशन, क्रिप्टोसिस्टम का वीएलएसआई और क्रिप्टोग्राफी में विशेषज्ञता हासिल है।

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय ने micro-architectural security और क्रिप्टो-इंजीनियरिंग(crypto-engineering) में मौलिक योगदान दिया है। जो स्पेक्ट्रम को पूरी तरह से core mathematical foundations से practical attack scenarios तक bridges करता है।

देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी | BIOGRAPHY OF DEBDEEP MUKHOPADHYAY IN HINDI
देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी | BIOGRAPHY OF DEBDEEP MUKHOPADHYAY IN HINDI

विज्ञान में उनके योगदान के लिए 2021 में डॉ देबदीप मुखोपाध्याय को इंजीनियरिंग विज्ञान में शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान किया गया। वर्तमान मे देबदीप मुखोपाध्याय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।

आईये इस लेख में देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी(Biography of Debdeep Mukhopadhyay in Hindi) संक्षेप में जानते हैं।

Debdeep Mukhopadhyay, Indian cryptographer ki Jivani

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

भारतीय क्रिप्टोग्राफर डॉ देबदीप मुखोपाध्याय का जन्म 31 अक्टूबर 1977 को कोलकाता में हुआ था। इन्होंने सन 2001 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की।

उसके बाद उन्होंने 2004 में इसी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से मास्टर डिग्री प्राप्त की। आगे चलकर सन 2007 में डॉ देबदीप मुखोपाध्याय ने पीएच.डी. की उपाधि भी इसी संस्थान की की।

उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में शोध करते हुए पीएचडी हासिल किया। सन 2008 में उनकी पीएचडी थीसिस को इंडियन सेमीकंडक्टर्स एसोसिएशन ने टेक्नो-इन्वेंटर अवार्ड से सम्मानित किया।

कार्य व योगदान

प्रो मुखोपाध्याय क्रिप्टोग्राफिक इंजीनियरिंग, क्रिप्टोसिस्टम के डिजाइन ऑटोमेशन, क्रिप्टोग्राफी और हार्डवेयर सुरक्षा में अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए विश्वव्यापी पहचान रखते हैं।

उन्होंने विश्व स्तरीय सुविधाओं से लेस हार्डवेयर सुरक्षा पर एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला विकसित की है। इसके अलावा उन्होंने कम्पुटर विज्ञान से संबंधित अनेकों पाठ्यपुस्तकों की रचना की।

जिनमें उनके द्वारा hardware security के ऊपर लिखी गई first textbook भी शामिल है। उनके अनुसंधान को क्रिप्टो-इंजीनियरिंग के कई मानक पाठ्यपुस्तकों में जगह मिली।

अबतक देशी और विदेशी कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में करीब 250 से अधिक उनके शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इसके साथ ही वे कई पीएच.डी. छात्रों का भी मार्गदर्शन कर रहे हैं।

कैरियर

प्रो देबदीप मुखोपाध्याय वर्तमान में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, भारत में कार्यरत हैं। इसके अलावा वे IEEE और ACM दोनों के वरिष्ठ सदस्य भी हैं।

उन्होंने अपनी कैरियर की शुरुआत 2007 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास से किया। इस संस्थान में वे 2007-2008 तक कंप्यूटर विज्ञान तथा इंजीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर रहे।

उसके बाद वे 2008 में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से जुड़ गए।

इसके अलावा वे कंप्यूटर विज्ञान विभाग, एनवाईयू-शंघाई, चीन में और ब्रुकलिन पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट USA में विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे।

पुरस्कार व सम्मान

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय को कम्पुटर विज्ञान में योगदान के लिए भारत का सबसे बड़ा विज्ञान पुरस्कार शांतिस्वरूप भटनागर से सम्मानित किया गया।

यह पुरस्कार उन्हें micro-architectural security और crypto-engineering में मौलिक योगदान के लिए प्रदान किया गया। इसके अलावा भी उन्हें अनेकों सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए जो इस प्रकार हैं।

  • वर्ष 2008 –पीएचडी थीसिस के लिए इंडियन सेमीकंडक्टर्स एसोसिएशन द्वारा टेक्नो-इन्वेंटर अवार्ड।  
  • वर्ष 2010 – इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियर्स (INAE) द्वारा यंग इंजीनियर अवार्ड
  • वर्ष 2010 – भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (INSA) द्वारा युवा वैज्ञानिक पुरस्कार
  • वर्ष 2011 – आईआईटी खड़गपुर द्वरा उत्कृष्ट युवा संकाय फैलोशिप से सम्मानित
  • वर्ष 2012 – इंडो-यूएसएसटीएफ फैलोशिप के लिए चुने गए
  • वर्ष 2015-16 के दौरान स्वर्णजयंती फैलोशिप के लिए चयनित
  • वर्ष 2016 – IEEE का सेनीयर मेम्बर शिप
  • वर्ष 2018 – साइबर सुरक्षा पर जानकारी के लिए DSCI का उत्कृष्टता पुरस्कार
  • वर्ष 2020 – ACM सेनीयर मेम्बरशिप
  • वर्ष 2021 – विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रतिष्ठित शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार
  • वर्ष 2021 – इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियर्स के फेलो

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय का CONTACT DETAILS

Dr Debdeep Mukhopadhyay Department of Computer Science and Engineering, Indian Institute of Technology Kharagpur – 721302, West Bengal, India, Tele – +91-3222-282352, Fax – +91-3222-278985, E-Mail -debdeep[at]cse[dot]iitkgp[dot]ac[dot]in

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय कौन है?

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय 2021 में शांति स्वरूप पुरस्कार विजेता भारतीय वैज्ञानिक हैं।

वैज्ञानिक देबदीप मुखोपाध्याय को क्यों शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार मिला?

उन्हें इंजीनियरिंग विज्ञान में अहम योगदान के लिए 2021 में शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान किया

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय का जन्म कब हुआ था?

डॉ देबदीप मुखोपाध्याय का जन्म 31 अक्टूबर 1977 को हुआ था।

इन्हें भी पढ़ें – 2021 में शांतिस्वरूप पुरस्कार से सम्मानित अन्य वैज्ञानिक

आपको 2021 में शांतिस्वरूप पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक देबदीप मुखोपाध्याय की जीवनी (BIOGRAPHY OF DEBDEEP MUKHOPADHYAY IN HINDI) से संबंधित जानकारी जरूर अच्छी लगी होगी, अपने सुझाव से अवगत कराते रहें।

बाहरी कड़ियाँ (External links)

Member Profile : Debdeep Mukhopadhyay – CSE-IITM – IIT .

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