प्रो अमित सिंह की जीवनी – Biography of Scientist Amit Singh in Hindi

वैज्ञानिक अमित सिंह की जीवनी (Biography of Scientist Amit Singh in hindi )

प्रो अमित सिंह(Amit Singh (scientist) भारत के प्रसिद्ध माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं। वे सूक्ष्म जीव विज्ञान (Microbiology) और जैव रसायन (Biochemistry) के विशेषज्ञ माने जाते हैं।

डॉ अमित सिंह बंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान के माइक्रोबायोलॉजी और सेल बायोलॉजी संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उनकी प्रसिद्धि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के रोगजनन पर विशेष अनुसंधान के लिए है।

डॉ अमित सिंह ने माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और एचआईवी में host-pathogen interaction को गहराई से समझने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।

जैव-वैज्ञानिक अनुसंधान में उनके अभूतपूर्व योगदान को देखते हुए उन्हें जैव विज्ञान पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही 2021 में उन्हें भारत का प्रसिद्ध शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

आइये भारत के इस वैज्ञानिक अमित सिंह की जीवनी (Biography of scientist Amit Singh in Hindi) संक्षेप में जानते हैं।

प्रो अमित सिंह की जीवनी - Biography of Scientist Amit Singh in Hindi
वैज्ञानिक अमित सिंह – Scientist Amit Singh

वैज्ञानिक अमित सिंह की जीवनी – Biography of Scientist Amit Singh in Hindi

प्रो अमित सिंह की जीवनी व शिक्षा

डॉ अमित सिंह का जन्म 18 मार्च 1976 को हुआ था। प्रो अमित सिंह ने दिल्ली विश्वविद्यालय से सन 1998 में माइक्रोबायोलॉजी में विज्ञान में स्नातक की परीक्षा पास किया।

स्नातक के बाद वे आईआईटी रुड़की चले गये जहाँ से उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी में मास्टर डिग्री हासिल की। उसके बाद वे दिल्ली विश्वविद्यालय साउथ केम्पस स्थति जैव रसायन विभाग से जुड़ गए।

जहाँ पर उन्होंने प्रो. अनिल कुमार त्यागी के मार्गदर्शन में अनुसंधान करते हुए 2004 में पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। अपने पीएचडी डिग्री के दौरान, डॉ अमित सिंह ने माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (एमटीबी) रोगजनन में शामिल जीन की भूमिका पर विशेष शोध किया।

उसके बाद वे पोस्ट डॉक्टरेट के लिए अमेरिका चले गए। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ अलबामा बर्मिंघम(University of Alabama at Birmingham) से उन्होंने एड्री जेसी स्टेन(Adrie JC Steyn) की लैब में पोस्ट-डॉक्टरेट प्रशिक्षण प्राप्त की।

प्रो अमित सिंह का जीवन परिचय और कैरियर

सन 2010 में वे स्वदेश वापस आ गए और वेलकम ट्रस्ट-डीबीटी इंटरमीडिएट फेलो के रूप में वे इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी से जुड़ गए।

उसके बाद सन 2014 में Dr Amit Singh Department of Microbiology and Cell Biology Indian Institute of Science Bangalore से जुड़ गए।

Prof Amit singh भारतीय विज्ञान संस्थान (iisc) में Associate Professor के रूप में काम कर रहे हैं। आज उनके निर्देशन में कई शोधार्थी शोध कार्य कर रहे हैं।

कार्य व योगदान

माइक्रोबायोलॉजी के विशेषज्ञ, अमित सिंह ने अपनी पीएचडी के दौरान माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (एमटीबी) रोगजनन में शामिल जीन की भूमिका को समझने पर कार्य किया।

वे दो महत्वपूर्ण मानव रोगजनकों यानी HIV और Mtb का उपयोग करके रेडॉक्स के रहस्यों को उजागर करने में लगे हैं। वे पुराने मानव संक्रमणों में शामिल मूलभूत तंत्र को समझना के ऊपर व्यापक रूप से शोध कर रहे हैं।

वे इन चीजों के शोध में लगे हैं की कैसे रेडॉक्स सिग्नलिंग माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और एचआईवी के वायरस गुणों को कंट्रोल करता है।

उपलब्धि

प्रो अमित सिंह का माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस और एचआईवी, मानव अधिग्रहित एड्स((AIDS)) के प्रेरक वायरल एजेंट में host-pathogen के परस्परक्रिया(interaction) संबंधी मौलिक समझ(fundamental understanding) में उत्कृष्ट योगदान रहा है।

डॉ अमित ने एमटीबी में रेडॉक्स सिग्नलिंग और लेटेंसी मैकेनिज्म के क्षेत्र में भी कार्य किया। प्रो अमित सिंह द्वारा एचआईवी संक्रमित मैक्रोफेज और लिम्फोसाइटों के रेडॉक्स फिजियोलॉजी को मैप करने के लिए बायोसेंसर तकनीक को रचनात्मक रूप विकास किया।

सम्मान व पुरस्कार

विज्ञान में अहम योगदान के लिए प्रो अमित सिंह को अनेकों सम्मान व पुरस्कार प्राप्त हुए। उन्हें वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), नई दिल्ली, द्वारा वरिष्ठ अनुसंधान फैलोशिप से सम्मानित से सम्मानित किया गया।

  • वर्ष 2010 – वेलकम-डीबीटी इंडिया एलायंस इंटरमीडिएट फेलोशिप अवार्ड
  • वर्ष 2014 – डीबीटी सीनियर इनोवेटिव यंग बायोटेक्नोलॉजिस्ट अवार्ड
  • वर्ष 2016 – जैविक विज्ञान में NASI-SCOPUS युवा वैज्ञानिक पुरस्कार
  • वर्ष 2017 – गुहा अनुसंधान परिषद  के फ़ेलो(सदस्य ) निर्वाचित
  • वर्ष 2017 – वेलकम-डीबीटी इंडिया एलायंस सीनियर फेलोशिप अवार्ड
  • वर्ष 2018 – “जैव विज्ञान पुरस्कार” भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा
  • वर्ष 2019 – ड्रग रिसर्च में उत्कृष्टता के लिए CSIR संस्थान भारत, द्वारा CDRI पुरस्कार
  • वर्ष 2021 – जैव-विज्ञान में उत्कृष्ठ योगदान के लिए प्रतिष्ठित CSIR-शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार

प्रो अमित सिंह का जन्म कब हुआ था?

डॉ अमित सिंह का जन्म दिनांक 18 मार्च 1976 को हुआ था।

डॉ अमित सिंह को 2021 में कौन से पुरस्कार मिला?

प्रो अमित सिंह उन 11 वैज्ञानिक में शामिल हैं जिन्हें 2021 में भारत का प्रसिद्ध विज्ञान पुरस्कार शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

प्रो अमित सिंह ने कब पी एच डी की उपाधि प्राप्त की?

डॉ अमित सिंह ने अपने मेन्टर प्रो. अनिल कुमार त्यागी के मार्गदर्शन में 2004 में पी एच डी हासिल की।

वर्तमान में वे कहाँ कार्यरत हैं?

Prof Amit singh भारतीय विज्ञान संस्थान में Associate Professor के रूप में काम कर रहे हैं। उनके निर्देशन में कई शोध कर्मी शोध कर रहे हैं।

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