हमारे देश का नाम भारत है जो सदियाँ से विश्व पटल पर एक अहम स्थान रखता है। दक्षिण एशिया में स्थित हमारा देश भारत दुनियाँ में अनोखा देश है। जब भारत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से G-20 देशों के राष्ट्रप्रमुखों को आमंत्रण भेजा गया है।
इसमें पहली बार ‘प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ लिखा गया। तभी से देश भर के लोग भारत के पुराना नाम के इतिहास के बारें में जानने के लिए गूगल पर सर्च कर रहें हैं।
कयास यह भी लगाया जा रहा है की आने वाले समय में सभी स्थानों पर इंडिया के स्थान पर भारत लिखा जाय। तो चलिए इस कयासबाजी के बीच जानते हैं कि हमारे देश का नाम भारत कैसे पड़ा?
हमारा देश भारत भौगोलिक दृष्टि से दुनियाँ का 7वाँ सबसे बड़ा देश कहा जाता है। वहीं जनसंख्या के आधार पर भारत का स्थान चीन को पछाड़ कर पहले नंबर पर पहुँच गया है।
भारत का पुराना नाम क्या है (Bharat ka purana naam kya hai)
अति प्राचीनकाल से हमारे देश को कई अलग-अलग नाम जाना जाता रहा है। भारत के विभिन्न नाम में जम्बूद्वीप, आर्यावर्त, भारतवर्ष, भारतखण्ड, हिमवर्ष, अजनाभवर्ष, हिन्द, हिन्दुस्तान होते हुए इंडिया पड़ा।
इन नामों में जम्बुद्वीप’ भारत का सबसे पुराना नाम है। इसे भारत के अन्य नामों में प्राचीन माना जाता है। लेकिन कुछ विद्वान के अनुसार भारत का पुराना नाम आर्यावर्त था।
भारत के 7 नाम क्या है (Bharat ke kitne naam hai)
हमारा देश भारत कई नामों से जाना जाता है। लेकिन मुख्य रूप से भारत के 7 नाम का उल्लेख अधिक मिलता है। भारत के 7 नाम कौन कौन से है आइये जानते हैं। भारत के सात नाम हैं- 1. भारत, 2. भारतवर्ष, 3. हिंदुस्तान, 4. इंडिया, 5. आर्यावर्त, 6. हिन्द 7. जंबुद्वीप,
इतिहास से पता चलता है की इन सातों नामों के अलावा भी इसका नाम अजनाभवर्ष, अल-हिंद, ग्यागर, फग्युल, तियानझू, होडू भी रहा है। इस प्रकार भारत के 10 से भी ज्यादा नाम रहे हैं।
भारत के इन नामों के पीछे कोई न कोई तथ्य छुपा है। आइये इन्ही तथ्यों के आधार पर समझने की कोसिस करेंगे की आखिरकार भारत के इन नामों के पीछे की कहानी क्या है।
भारत का नाम भारत कैसे पड़ा (Bharat ka naam Bharat kaise pada)
कहा जाता है की भारत का नाम ‘भारत’ प्राचीनकाल में हस्तिनापुर के राजा दुष्यंत और उनकी रानी शकुंतला के वीर पुत्र भरत के नाम पर पड़ा। राजा भरत आगे चलकर चक्रवर्ती सम्राट बने।
उन्होंने अश्वमेध यज्ञ किया था और अपने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया। राजा भरत के नाम पर ही इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा।
पौराणिक कथा के आधार पर जाने तो महाभारत के आदिपर्व में राजा दुष्यन्त तथा शकुन्तला के गांधर्व विवाह का जिक्र मिलता है। शकुन्तला महर्षि विश्वामित्र और स्वर्ग की अप्सरा मेनका की पुत्री थी।
राजा दुष्यन्त और शकुन्तला के पुत्र का नाम भरत था। भरत बचपन से ही बहादुर था कहते हैं की बचपन से ही वह शेर के दांत गिनते थे। भरत को ऋषि कण्व ने आशीर्वाद दिया कि भरत आगे चलकर चक्रवर्ती सम्राट बनेंगा और उनके नाम पर ही इस भूभाग का नाम भारतवर्ष होगा।
भारत का नाम जम्बूद्वीप कैसे पड़ा
कहते हैं की प्राचीन काल में शायद भारतीय उपमहाद्वीप में जामुन के पेड़ अधिकता के करना ही इसका नाम जम्बूद्वीप पड़ा। क्योंकि जामुन को संस्कृत भाषा में ‘जम्बु’ कहा जाता है।
भारत का नाम इंडिया कैसे पड़ा
किसी भी देश का नाम वहाँ रहने वाले लोग, भौगोलिक पृष्ट भूमि और दूसरे देश आने वाले लोगों पर निर्भर करता है। जैसा की हम जानते हैं की भारत पर अंग्रेजों ने 300 साल तक राज किया।
उन्होंने यहाँ की सभ्यता और संस्कृति को जाना। इसी क्रम में उन्होंने जाना की भारत की प्राचीन सभ्यता सिंधु घाटी है और जिसे इंडस वैली भी कहते हैं।
इंडस का लैटिन भाषा में इंडिया कहा जाता है। कहते हैं की अंग्रेजों को हिंदुस्तान शब्द के उच्चारण में दिक्कत होती थी। इस करना से उन्होंने भारत को इंडिया कह कर पुकारना शुरू कर दिया। उसी समय से भारत पूरी दुनियाँ में इंडिया के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
इस तथ्य के आधार पर आपको पता चल गया होगा की भारत का नाम इंडिया किसने रखा था।
भारत का नाम आर्यावर्त कैसे पड़ा
कहा जाता है की भारत को प्राचीनकाल में आर्यावर्त कहा जाता है। आर्यावर्त का आशय है आर्यों की भूमि, आर्यों का निवास स्थान। ऋग्वेद में भी आर्यों का वर्णन मिलता है।
भारत को प्राचीनकाल में आर्यावर्त के नाम से जाना जाता था। आर्यावर्त अर्थात आर्यों का निवास स्थल। इस क्षेत्र में आर्य संस्कृति का बोलबाला था। मनु स्मृति में भी इस बात का उल्लेख मिलता है।
इसके अनुसार हिमालय और विंध्य पर्वतमाला के बीच बंगाल की खाड़ी से लेकर अरब सागर तक का क्षेत्र आर्यावर्त के नाम से जाना जाता था।
कहा जाता था की स्पतसिंधु प्रदेश में निवास करने वाले लोगों आर्य और उनकी भूमि आर्यावर्त कहलाती थी। प्राचीनकाल में भारतखंड काफी विस्तृत था। कुछ विद्वानों का मत है की आर्यवर्त तो भारतखंड का एक हिस्सा था।
यधपि विद्वानों में इस बात को लेकर काफी मतांतर है। कुछ विद्वानों का मानना है की अफगानिस्तान स्थित हिंदुकुश पहाड़ी के पश्चिम जो आर्य थे उनका संध फारस (ईरान) कहलाया।
साथ ही हिंदुकुश पहाड़ी से पूरब रहने आर्यों का संध आर्यावर्त कहलाया। इस प्रकार आर्यों की भूमि का विस्तार काबुल के कुंभा नदी से लेकर गंगा के मैदानी भाग तक फैला था।
भारत का पुराना नाम हिंदुस्तान होने का क्या कारण है (Bharat ka purana naam Hindustan hone ka kya karan hai)
भारत का पुराना नाम हिंदुस्तान होने का क्या कारण है। इसके बारें में बताया जाता है की हमारे देश के नाम ‘हिंदुस्तान’ होने के पीछे सिंधु नदी का नाम जुड़ा है। कहा जाता है की जब तुर्क और फारस (ईरान) के लोग सिंधु घाटी के रास्ते भारत में प्रवेश किया।
तब उन्होंने सिंधु का अपभ्रंश हिन्दू कहकर उच्चारण किया। इस प्रकार हिंदुओं के देश को उन्होंने हिंदुस्तान नाम दिया। कुछ विद्वान के अनुसार सिंधु का अर्थ सागर भी है। उनके अनुसार हिमालय से लेकर हिन्द महासागर तक का विशाल भूखंड को हिन्दुस्थान कहा जाता है।
कारण जो भी रहा हो लेकिन इतिहास के अनुसार यह पता चलता है की इरानियों और तुर्की ने ही पहली बार भारत को हिंदुस्तान कहा।
इन्हें भी पढ़ें :
- भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ की सम्पूर्ण जानकारी
- भारत के राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत में क्या अंतर है
- भारत माता की जय नारे की शुरुआत कब से हुई। भारत माता का मतलब क्या है।
- भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल क्यों चुना गया।
- जानिये भारत के 23 नैशनल सिम्बल के बारें में
- क्यों चुना गया भारत का राष्ट्रीय पक्षी मोर
- जानिये भारत के टॉप 29 फ़्रीडम फाइटर के बारें में
जानकारी की बातें (F.A.Q)
भारत को इंडिया नाम कैसे मिला?
भारत का नाम इंडिया अंग्रेजों से मिला। कहते हैं की अंग्रेजों को हिंदुस्तान के उच्चारण में कठिनाई होती थी। जब उन्हें सिंधु नदी और भारत के इतिहास के बारें में पता चला तब उन्होंने हिंदुस्तान को इंडिया कह कर पुकारने लगे।
भारत का नाम किस राजा के नाम पर पड़ा ?
भारत के नाम भारत का इतिहास अति प्राचीन है। कहा जाता है की राजा भरत के नाम पर इसका नाम भारत पड़ा।
इंडिया शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई?
भारत की प्राचीन सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता को माना जाता है। इसे इंडस वैली भी कहा जाता था। इंडस का लैटिन भाषा में इंडिया कहा जाता है। इस प्रकार अंग्रेजों ने पहली बार हिंदुस्तान इंडिया कह कर पुकारना शुरू किया।
भारत का पुराना नाम क्या था ?
भारत का इतिहास अति प्राचीन है। इसका पुराना नाम भारतवर्ष, हिंदुस्तान, इंडिया, आर्यावर्त, हिन्द , जंबुद्वीप, अजनाभवर्ष, अल-हिंद, ग्यागर, फग्युल, तियानझू, होडू आदि था।
बाहरी कड़ियां (External links)