गणितज्ञ अनीश घोष की जीवनी | Mathematician Anish Ghosh in Hindi

गणितज्ञ अनीश घोष की जीवनी - Mathematician Anish Ghosh in Hindi

अनीश घोष (Anish Ghosh Mathematician in Hindi ) भारत के प्रसिद्ध गणितज्ञ हैं। वर्तमान में वे टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR), मुंबई में गणित संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।

डॉ अनीश घोष को वर्ष 2021 में प्रसिद्ध शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उल्लेखनीय योगदान के लिए गणितीय में प्रदान किया गया।

डॉ अनीश घोष का एर्गोडिक थ्योरी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान माना जाता है। उन्होंने Ergodic Theory पर काम कर लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान किया।

गणितज्ञ अनीश घोष की जीवनी - Mathematician Anish Ghosh in Hindi
गणितज्ञ अनीश घोष की जीवनी

गणितज्ञ अनीश घोष की जीवन – Mathematician Anish Ghosh in Hindi

अनीश घोष का जन्म 25 दिसंबर 1979 को हुआ था। डॉ अनीश घोष ने वर्ष 2001 में सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।

उन्होंने पीएचडी की डिग्री सन 2006 में मैसाचुसेट्स के वाल्थम में प्रो दिमित्री यानोविच क्लेनबॉक के मार्गदर्शन मे ब्रैंडिस विश्वविद्यालय से प्राप्त की। उसके बाद उन्होंने पोस्ट-डॉक्टरल फेलो का प्रशिक्षण ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय मे लिया।

करियर

पोस्ट-डॉक्टरल फेलो के रूप में एक छोटी अवधि बिताने के बाद वे ब्रिटेन के ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय से जुड़ गए। जहाँ उन्होंने एक लेक्चरर के रूप में अपने कैरीयर की शुरुआत की। उसके बाद वे मुंबई आ गये।

मुंबई के TIFR में वे एक संकाय सदस्य के रूप वे कार्य करने लगे। इसके अलावा डॉ अनीश घोष, रैंडम ज्योमेट्री पर काम करने के लिए इन्फोसिस-चंद्रशेखरन वर्चुअल केंद्र से भी जुड़े हैं।

यह रैंडम ज्योमेट्री पर शोध करने के लिए टीआईएफआर मुंबई और आईसीटीएस बेंगलुरु के वैज्ञानिकों का एक समूह है।

कार्य व योगदान

भारतीय गणितज्ञ ने अनीश घोष एर्गोडिक सिद्धांत(Ergodic theory), लाई समूहों के सजातीय स्थान(Homogeneous Spaces of Lie Groups), डायोफैंटाइन विश्लेषण(Diophantine analysis)के क्षेत्र में विशेषज्ञ माने जाते हैं।

इस क्षेत्र में कार्य कर उन्होंने अहम उपलब्धि हासिल की है।   

सम्मान वे पुरस्कार

अनीश घोष लाई ग्रुप्स के एर्गोडिक थ्योरी और नंबर थ्योरी में उत्कृष्ट कार्य के लिए जाने जाते हैं। अनीश घोष टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई स्थित स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स में संकाय सदस्य हैं।

vedio about An introduction to some aspects of ergodic theory by Professor Anish Ghosh

गणिती में वर्ष 2021 के लिए CSIR का शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई के प्रोफेसर अनीश घोष को प्राप्त हुआ। इस पुरस्कार के प्राप्ति पर डॉ घोष ने कहा :-

“It is a great honour for me. It recognises not just my work but the immense contribution of all those around me – my family, teachers, mentors… I hope to strive harder towards uncovering deep mathematical mysteries in nature. I am also committed to popularising mathematics and science among the youth of our country and training them to become scientists and educators,”   

Hindustantimes

इस पुरस्कार के अलावा डॉ अनीश घोष ने और भी कई सम्मानों के प्राप्तकर्ता रहे हैं।

  • वर्ष 2017 – NASI-स्कोपस यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित  
  • वर्ष 2017- डीएसटी स्वर्णजयंती फैलोशिप प्रदान किया गया
  • वर्ष 2017 – बी एम बिड़ला विज्ञान पुरस्कार
  • वर्ष 2018 – भारतीय विज्ञान अकादमी के फेलो चुने गए।

डॉ अनीश घोष – Contact details

डॉ अनीश घोष का interest गणित के group actions on homogeneous spaces, संख्या सिद्धांत और ज्यामिति के एर्गोडिक सिद्धांत में दिलचस्पी है। एर्गोडिक थ्योरी, शुद्ध गणित की एक शाखा के रूप में जाना जाता है।

प्रो अनीश घोष, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च सेंटर, मुंबई में गणित के एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उनका कान्टैक्ट डिटेल्स इस प्रकार है।

  • Dr Anish Ghosh, School of Mathematics, Tata Institute of Fundamental Research, Homi Bhabha Road, Navy Nagar, Colaba Mumbai 400 005, Maharashtra Ghosh@math.tifr.res.in

आपको भारतीय गणितज्ञ अनीश घोष की जीवनी – Mathematician Anish Ghosh in Hindi) जरूर अच्छी लगी होगी, सुधार के लिए सुझाव का स्वागत है।


  • Anish Ghosh – Wikipedia
  • Anish Ghosh – Indian Academy of Sciences

डॉ हरगोविंद खुरानापंचानन्द महेशरीपक्षी वैज्ञानिक सलीम अली

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