Information about himachal pradesh in hindi – हिमाचल प्रदेश की सम्पूर्ण जानकारी
इसमें हम जानेंगे हिमाचल प्रदेश में इतिहास के प्रमुख स्रोत कौन-कौन से हैं, हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी कौन सी है। हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा कब मिला, वहाँ की संस्कृति और पर्यटक स्थल के बारें में विस्तार से।
देव भूमि के नाम से प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश हिमालय के गोद में बसा एक अति सुंदर प्रदेश है। यह भारत का 18 वां राज्य हैं जो पुर्ण रूप से 1971 में प्रभाव में आया।
हिमाचल प्रदेश का अधिकांश भाग पर्वत और पठार से भरा है। सुदूर तक फ़ैली हरी-भरी वादियां, नदी, झरने और झील की उपस्थिति, सिर पर हिमाच्छादित पर्वत शिखर राज्य के सौन्दर्य में चार चाँद लगा देते हैं।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला पर्यटक के मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। इस स्थल का आकर्षण मैदानी इलाकों को झुलसा देने वाली प्रचंड गर्मी के समय में और भी अधिक बढ़ जाता है।
ग्रीष्मकाल के प्रचंड मौसम में लोग गर्मी छुट्टी का आनंद के लिए इस स्थल की तरफ रुख करते हैं। हिमाचल प्रदेश अपने गठन के बाद से ही लगातार हर क्षेत्र में उन्नति किया है।
आज इसका नाम केरल के बाद देश का दूसरा सबसे शिक्षित राज्य में आता है। आइये HISTORY OF HIMACHAL PRADESH IN HINDI शीर्षक वाले इस लेख के द्वारा हम हिमाचल प्रदेश का इतिहास के बारें में विस्तारपूर्वक जानते हैं।
हिमाचल प्रदेश सामान्य ज्ञान – HISTORY OF HIMACHAL PRADESH IN HINDI
- नाम- हिमाचल प्रदेश
- स्थापना – 25 जनवरी 1971
- क्षेत्रफल – 55673 वर्ग की मी
- जनसंख्या – 6856509 (2011 जनगणना )
- जनसंख्या अनुपात – 974 (2011 के आधार पर )
- मुख्य भाषा – हिन्दी, पहाड़ी और पंजाबी
- साक्षारत की दर – 83.78 (2011 के अनुसार )
- विधान सभा की कुल सीट – 68
- लोकसभा की कुल सीट – 04
क्यों कहते हैं इसे देव भूमि – HISTORY OF HIMACHAL PRADESH IN HINDI
यह प्रदेश हमेशा से देवताओं की भूमि के रूप में जानी जाती है। पूरे हिमाचल में आपको अनेकों प्राचीन मंदिर देखने को मिल जायेंगे। पौराणिक कथाओं के आधार पर यह प्रदेश गंधर्व और यक्षों की भूमि थी।
महाभारत और अन्य ग्रंथों में भी इस प्रदेश का उल्लेख मिलता है। हिमाचल प्रदेश में खास कारीगरी से युक्त लकड़ी की अनेक मंदिर अवस्थित हैं। इस राज्य के दक्षिणी एरिया में बड़ी संख्या में मुगल व सिख काल के
मंदिर स्थापित हैं। इसके अलाबा इस प्रदेश में गुफा मंदिरों की संख्या भी बहुत है। यहाँ की मंदिरों में धार्मिक स्थल के रूप में जवाला देवी का मंदिरjwala devi temple in himachal pradesh, लक्ष्मीनारायण
मंदिर, मणि-महेश, बैजनाथ मंदिर, चामुंडा देवी का मंदिर आदि प्रमुख हैं। जहाँ लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए जाते हैं।
इन्हें भी पढ़ें – बिहार का स्वर्णिम इतिहास
हिमाचल प्रदेश राज्य का गठन – HISTORY OF HIMACHAL PRADESH IN HINDI
स्वतंत्र राज्य बनने से पहले यह प्रदेश पंजाब प्रांत का हिस्सा था। लेकिन 1 नवंबर 1966 में पंजाव का विभाजन होकर नये राज्य हिमाचल प्रदेश और हरियाणा का प्रस्ताव पारित हुआ। फलतः हिमाचल प्रदेश 25 जनवरी 1971 को नये राज्य के रूप में आस्तित्व में आया।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला भारत का खूबसूरत पर्वतीय पर्यटक स्थल है। यह राज्य का सबसे बड़ा शहर है। अपने अद्भुत और मनमोहक प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण शिमला हमेशा से ही पर्यटक का पहला पसंद रहा है।
हिमाचल प्रदेश के जिले – districts in himachal pradesh
हिमाचल प्रदेश में जिले की कुल संख्या 12 हैं। जनसंख्या की दृष्टि से राज्य का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा और सबसे छोटा जिला लाहौल और स्पीति है।
वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य का सबसे छोटा जिला ऊना और सबसे बड़ा जिला जिला, लाहौल और स्पीति है। सभी जिले के नाम इस प्रकार हैं।
1. बिलासपुर 2. चंबा, 3. हमीरपुर, 4. कांगड़ा, 5. किन्नौर, 6. कुल्लू, 7. मंडी, 8. लाहौल और स्पीति, 9. शिमला, 10. सिरमौर, 11. सोलन, 12. ऊना
इस राज्य में विधान सभा की कुल 68 और लोकसभा की कुल 04 सीटें हैं।
हिमाचल प्रदेश का भूगोल
हिमाचल प्रदेश का पूर्वी भाग तिब्बत की सीमा से लगती है। जबकि इसके उत्तर-पूर्वी भाग ऊंची हिमालय पर्वत माला से घिरी है। इसके उत्तर की सीमा जम्मू से और दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड से लगती है। पंजाब
और हरियाणा इसके दक्षिण-पश्चिम भाग में अवस्थित है। करीब 55673 वर्ग की मी के क्षेत्र में फ़ैला हिमाचल प्रदेश सौन्दर्य की भूमि माना जाता है। दूर दर तक फैले हरे-भरे मैदान, सफेद बर्फ से ढकी पर्बत शिखर,
मनोहारी झील और मनमोहक वादियाँ इस प्रदेश के शोभा को दुगुनी कर देती है। राज्य में कुल 32 वन्य-जीव अभयारण्य स्थित हैं जो 5562 वर्ग कीमी के भुभाग में फैला है। इस अभयारण्य में विभिन्न प्रकार के
जीव जन्तु उपलब्ध हैं। यहां के जंगलों में हिरण, जंगली बकरिया, जंगली भेड़, भूरा भालू’ व चीता पाए जाते हैं। इसके अलाबा यहां तीतर, जंगली कबूतर, तथा अन्य पक्षी भी बहुतायत रूप में दिखने को मिलते हैं।
हिमाचल प्रदेश की वेशभूषा / हिमाचल प्रदेश का पहनावा (dress of himachal pradesh )
यहाँ के लोगों का मुख्य पहनावा himachal pradesh traditional dress कमीज, पायजामा, साफा और कपड़े की टोपी है।
हिमाचल प्रदेश की भाषा – local language of himachal pradesh
यहाँ की लोगों की मुख्य भाषा हिन्दी, पहाड़ी है। कुछ लोग पंजाबी भी बोलते हैं।
आजीविका का साधन
राज्य के मुख्य आजीविका का साधन कृषि है। यदपि राज्य में कृषि योग्य भूमि 10.4 प्रतिशत है। लेकिन फलों और फूलों के उत्पादन में यह राज्य अग्रणी है। शिमला का सेव पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इसके अलावा पर्यटन भी इस राज्य के आय का मुख्य स्रोत है।
हिमाचल प्रदेश के त्योहार festivals of himachal pradesh
राज्य में अनेक त्योहार अपने परंपरिक रीति रिवाज से मनाये जाते हैं। कुछ त्योहार प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखती है। यहाँ के मुख्य स्थानीय त्योहार इस प्रकार हैं।
हलदा त्योहार – यह त्योहार हिमाचल के लाहौल जिले में बहुत ही आनंद और उत्साह के साथ मनाया जाता है। धन की देवी के सम्मान में यह त्योहार जनवरी के माह में मनाते हैं।
साजो त्योहार – हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय त्योहार में इसका नाम आता है।
हसर त्योहार – तिब्बती नववर्ष के रूप में प्रसिद्ध यह त्योहार हिमाचल के लाहौल जिले में सर्दियों के पूर्व मनाते हैं।
फुलिच त्योहार – आठ दिनों तक चलने वाला यह त्योहार राज्य के किन्नौर जिले में सितंबर के महीने मनाया जाता है।
इसके साथ ही यहाँ के लोग होली, दीपावली, राखी, बैसाखी और लोहड़ी आदि भी धूम-धाम से मनाते हैं।
हिमाचल की प्रमुख वस्तुएं famous things in himachal pradesh
हिमाचल के कुल्लू घाटी में निर्मित शाल की प्रसिद्धि परे विश्व में है। यहाँ विशेष प्रकार की शाल पशमीना उन से तैयार की जाती है।
इसके साथ ही चंबा के चप्पल और एक बिशेष प्रकार का कंबल जिसे गुडमारू कहते हैं, काफी प्रसिद्ध है। यहाँ कौड़ियों से बने हुए तिब्बती गहने भी खूब मिलते हैं।
हिमाचल प्रदेश दर्शनीय स्थल – places to visit in himachal pradesh
वैसे तो पूरा हिमाचल प्रदेश ही पर्यटन स्थल है। लेकिन यहाँ के कुछ चुनिंदा पर्यटन स्थलों के नाम इस प्रकार हैं।
शिमला – हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला 12 कि मी के क्षेत्र में फ़ैला अनुपम शहर है। कहते हैं की प्रकृति ने यहाँ के वादियों में अपना समस्त प्यार न्योछावर कर दिया है। यहाँ भ्रमण के लिए जुलाई और अगस्त का महिना अनुकूल रहता है।
कुल्लू – यह घाटी धरती के सबसे सुंदर स्थल में से है। कहते हैं न की प्रकृति ने अपना सारा प्यार इस स्थल पर दिल खोल कर लुटाया है। कुल्लू का हिन्दू धर्म ग्रंथों में भी वर्णन मिलता है। गर्मियों के मौसम में यहाँ की घाटियां लाल फूलों की मखमली चादर से ढकी अद्भुत नजर आती है।
मनाली – प्राकृतिक सुषमा से परिपूर्ण मनाली की तुलना भारत के सबसे सुंदर पर्वतीय शहर में की जाती है। चारों ओर पहाड़ी, कन्दराओं, हरी-भरी घास के मैदान, फूलों से पटी घाटियां, कल-कल कर बहती विपाशा नदी इस स्थल को स्वर्ग तुल्य बनाती है।
हिमाचल प्रदेश के नगर – cities in himachal pradesh
यहाँ के प्रमुख शहर में धर्मशाला, कांगड़ा, डलहौजी, मंडी, शिमला, ऊना, हमीरपुर आदि प्रसिद्ध हैं।
हिमाचल प्रदेश के हवाई अड्डा – airport in himachal pradesh
हिमाचल प्रदेश में 03 हवाई अड्डा है। जो कुल्लू, कंगरा और शिमला में स्थित है। यहाँ से रोज अंतरराज्यीय उड़ान भरी जाती है। इनके नाम इस प्रकार हैं।
- Bhuntar Airport – Kullu Manali
- Gaggal Airport – Kangra
- Jubbarhatti Airport – Shimla
उपयुक्त समय – best time to visit himachal pradesh
लोग गर्मी के छुट्टी के दौरान हिमाचल प्रदेश की यात्रा के लिए अनुकूल समय मानते हैं। लोग मार्च से लेकर जुलाई तक के महीनों के दौरान अधिक संख्या में आते हैं। इस मौसम में यहाँ के वादियाँ हरियाली और फूलों से लद जाती है। इन महीने में हिमाचल का मौसम बड़ा ही सुहाना रहता है।
दोस्तों HISTORY OF HIMACHAL PRADESH IN HINDI शीर्षक वाला हिमाचल प्रदेश के ऊपर लिखा यह जानकारी अच्छा लगा हो तो कमेंट्स कर जरूर बताएं