Information about Karnataka in Hindi – कर्नाटक(State of India) भारत के दक्षिण पश्चिमी समुद्र तट स्थित एक महत्वपूर्ण राज्य है। यह राज्य समुन्द्र तल से करीब 1929 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
कर्नाटक कन्नड़ भाषा के शब्द करुनाडु से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है ऊंची जमीन या भूभाग। भारत का छठा सबसे बड़ा राज्य कर्नाटक की गिनती एक सम्पन्न प्रदेश में होती है।
कर्नाटक राज्य की राजधानी बंगलुरु है जो सिलिकॉन वैली के नाम से जाना जाता है। कर्नाटक इन्जीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में भारत का अग्रणी राज्य है। यह राज्य चंदन की लकड़ी के उत्पादन के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
इसके अलाबा यहाँ रबड़, मसाले और इलायची की भी खूब खेती होती है। पर्यटन के दृष्टिकोण से भी कर्नाटक पूरे भारत में अपना अहम स्थान रखता है। यहाँ के मैसूर और बंगलुरु शहर रेशम उद्योगों के लिए देशभर में मशहूर हैं।
यहाँ के कांचीपुरम या कांजीवरम सिल्क की मांग सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में भी होती है। कर्नाटक कई राजवंशों के शासन का गवाह रहा है।
कर्नाटक के मैसूर का महल यहाँ की स्थापत्य कला का अद्भुत पहचान है। आइये कर्नाटक के बारे में हिंदी में विस्तार से जानते हैं।
कर्नाटक के बारे में संक्षिप्त जानकारी – Information about Karnataka in Hindi
राज्य का नाम | कर्नाटक (Karnataka) |
कर्नाटक की राजधानी | बेंगलुरु |
स्थापना दिवस | 1 नवंबर 1956 |
कर्नाटक का क्षेत्रफल | 1,91,791 वर्ग किमी. |
कर्नाटक का राजकीय पशु (State Animal) | हाथी |
कर्नाटक का राजकीय पक्षी (State Bird) | नीलकंठ |
कर्नाटक का राजकीय पुष्प (State flower) | कमल |
कर्नाटक का राजकीय पेड (State Tree) | चंदन |
कर्नाटक का प्रथम राज्यपाल | जयचामाराजेंद्र वाडियार |
कर्नाटक का प्रथम मुख्यमंत्री | के चेंगलाराय रेड्डी |
कर्नाटक में कुल जिले की संख्या | 30 |
कर्नाटक में लोकसभा की सीटें | 28 |
राज्य में राज्यसभा की कुल सीटें | 12 |
राज्य में विधानसभा की कुल सीटें | 224 |
कर्नाटक की राज्य भाषा क्या है? | कन्नड़ |
कर्नाटक का इतिहास – History of Karnataka in Hindi
कर्नाटक का इतिहास अति प्राचीन माना जाता है। इसका करीव 2000 साल पीछे तक का लिखित इतिहास उपलब्ध है। इसे हड़प्पा और मोहनजोदड़ो काल से भी जोड़कर देखा जाता है।
क्योंकि हड़प्पा में ढूंढा गया स्वर्ण कर्नाटक की खानों का ही माना गया है। तीसरी सदी के पूर्व तक यह राज्य नन्द बंश के अधीन था। कलांतर में इसके अधिकांश भाग पर मौर्य वंश का शासन रहा।
समय बीतता गया और इतिहास अपना करवट बदलता रहा। कर्नाटक कई शासकों के आपसी उठापटक का साक्षी बनता रहा। मौर्य के बाद इस प्रदेश पर सातवाहन वंश का शासन रहा। सतवाहनों वंश के शासक ने यहाँ करीव 300 साल तक राज किया।
उसके पतन के बाद यह प्रदेश 11 से 14वीं सदी तक होयसाल वंश के राजाओं के आधिपत्य में रहा। आगे चलकर यहाँ पर चालुक्य वंश, विजयनगर राजाओं, बहमनी साम्राज्य के शासकों ने राज किया।
इसी काल में इस प्रदेश में महान विजयनगर साम्राज्य स्थापित हुआ। विजयनगर साम्राज्य को 15 वीं शतावदी के दौरान मुस्लिम शासकों द्वारा खत्म कर दिया गया। तत्पश्चात इस पर वोडयार वंश के राजाओं ने शासन किया।
उन्होंने अपने राज्य का काफी विस्तार कर श्रीरंगपट्टम को अपनी राजधानी बनाया। जिसे बाद में हैदर अली ने हराकर इसे अपने कब्जे में ले लिया। उसके बाद इस प्रदेश पर हैदर अली के उतराधिकारी टीपू सुल्तान का राज रहा।
टीपू सुल्तान का अंग्रेजों से हार के बाद मैसूर फिर से वोडयार वंश के पास आ गया। यहाँ के शासक द्वारा निर्मित मैसूर का मैसूर पैलेस देखने योग्य है।
इन शासकों के पतन के बाद कर्नाटक अंग्रेजों के अधीन हो गया। अंग्रेज व्यपारी के भेष में आए और सबसे लंबे समय तक भारत सहित इस क्षेत्र में शासन किया।
आजादी के बाद का इतिहास
कर्नाटक राज्य का प्राचीन नाम मैसूर राज्य था। जब 15 अगस्त सन 1947 में हमारा देश आजाद हुआ। तब मैसूर के शासक चमराजेन्द्र वडियार ने इसे भारत में विलय किया और मैसूर संयुक्त भारत का एक राज्य बना।
सन 1972 तक कर्नाटक राज्य को मैसूर राज्य के नाम से जाना जाता था। सन 1973 में मैसूर का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया।
कर्नाटक राज्य ‘स्थापना दिवस‘
सन 1956 में भारत सरकार ने राज्य पुनर्गठन अधिनियम की स्थापना की। इसी अधिनियम के तहत मैसूर रियासत के बीजापुर, कानरा ,धारवाड़, गुलबर्गा, बेलगाँव समेत हैदराबाद रियासत के रायचूर तथा बीदर को मिलाया गया।
साथ ही इसमें मद्रास प्रेसीडेंसी के साउथ कानरा और कुर्ग को सम्मिलित कर एक नए राज्य की नीव रखी गयी। इस प्रकार कर्नाटक राज्य का गठन 01 नवंबर 1956 में हुआ।
राज्य के गठन के समय इसका नाम मैसूर राज्य रखा गया। लेकिन अपनी स्थापना के करीब 17 साल बाद मैसूर राज्य का नाम परिवर्तित कर कर्नाटक की गया। इन तथ्यों के पर पता चलता है की कर्नाटक राज्य का पुराना नाम मैसूर राज्य था, जिसे 1973 में बदला गया।
कर्नाटक की राजधानी – karnatak ki rajdhani kya hai
कर्नाटक की राजधानी बंगलुरु है जो पहले बंगलोर के नाम से जाना जाता था। बंगलुरु इंजीयरिंग, मेडिकल और कंप्युटर साइंस के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। बंगलुरु को भारत का सिलिकॉन वैली (Silicon Valley) के नाम से भी पुकारा जाता है।
कर्नाटक राज्य में कितने जिले हैं?
कर्नाटक राज्य में कुल 31 जिले हैं। एरिया के आधार पर कर्नाटक राज्य का सबसे बड़ा जिला ‘बेलगाम’ है। कर्नाटक के जिलों के नाम इस प्रकार हैं।
1. उडुपी 2. उत्तर कन्नड़ 3. कोडगु 4. कोप्पल 5. कोलार 6. गदग 7. गुलबर्ग 8. चामराजनगर 9. बंगलोर ग्रामीण 10. बंगलोर शहरी 11. बागलकोट 12. बीजापुर 13. बीदर 14. बेलगाम 15. बेल्लारी 16. मांडया 17. मैसूर
18. यादगीर 19. चिकबलापुरा 20. चिकमगलूर 21. चित्रदुर्ग 22. तुमकूर 23. दक्षिण कन्नड़ 24. दावणगेरे 25. धारवाड़ 26. रामनगर 27. रायचूर 28. शिमोगा 29. हावेरी 30. हासन, 31. विजयनगर
कर्नाटक की राज्य व्यवस्था
कर्नाटक की राज्य व्यवस्था पर नजर डालें तो यह प्रदेश 4 संभाग के अंदर 30 जिलों में विभक्त है। राज्य मे विधान सभा की कुल 224 सीटें हैं। इस राज्य से लोकसभा के लिए 28 और उच्च सदन अर्थात राज्य सभा के लिए 12 सदस्य चुने जाते हैं।
कर्नाटक की भाषा – Language of Karnataka in Hindi
कर्नाटक के लोगों की भाषा कन्नड है। यहाँ की 60% से ज्यादा की आबादी कन्नड भाषा बोलते हैं। कन्नड़ भाषा (karnataka ki bhasha) को ऊंचा उठाने में यहाँ के लेखकों का अहम योगदान रहा है।
भारत सरकार द्वारा प्रदत साहित्य के क्षेत्र में प्रसिद्ध ज्ञान पीठ पुरस्कार सर्वाधिक कन्नड़ भाषी लेखकों ने जीते हैं। इसके अतिरक्त कर्नाटक में उर्दू, हिन्द, तमिल, तेलगु, मराठी तथा गोवा से सटे भागों में कोंकणी भाषा भी बोली जाती है।
कर्नाटक का रहन-सहन
कर्नाटक की संस्कृति – Culture of Karnataka in Hindi
भारत का राज्य कर्नाटक अपने अंदर कई समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समाये हुए है। यह सांस्कृतिक विरासत पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ते हुए कर्नाटक की संस्कृति को समृद्ध करती रही। इस राज्य में धार्मिक और भाषाई विविधता है।
लेकिन इन विविधताओं के बावजूद इन लोगों ने मिलकर यहाँ की संस्कृति को आबाद रखा। यहाँ सबसे ज्यादा हिन्दू आबादी है। लेकिन मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध धर्म के मानने वाले लोग भी काफी संखया में हैं।
यहाँ के लोग एक दूसरे के त्योहारों ( festivals) में बढ-चढ़ कर साथ देते हैं। कर्नाटक के लोगों की संस्कृति को यहाँ के लोगों के द्वारा मनाये गये उत्सव, वेशभूषा और रीति-रिवाजों के द्वारा आसानी से जाना जा सकता है।
कर्नाटक का भोजन – Karnataka food in Hindi
भारत के अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक के खान पान में भी विभीदता है। कर्नाटक का भोजन में चावल और रागी का महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ के तटीय इलाके में रहने वाले लोग मछली और चावल का ज्यादा प्रयोग करते हैं।
कर्नाटक का पारंपरिक लाजबाब डिस में मैसूर पाक, कोरी गससी, मैसूर मसाला डोसा, आलू गेडडा और नीर डोसा प्रसिद्ध है।
कर्नाटक की अर्थ व्यवस्था
भारत के अधिकांश राज्य की तरह कर्नाटक भी एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ के अधिकांश लोग खेती पर निर्भर हैं। इस कारण यहाँ की अर्थव्यवस्था खेती पर निर्भर करती है। यहाँ चावल, ज्वार, रागी, बाजरा, मक्का की खूब खेती होती है।
इसके अलावा कर्नाटक काजू, नारियल, सुपारी, इलायची, मिर्च, कपास, गन्ना और तंबाकू का प्रमुख उत्पादक राज्य है। सिल्क के लिए भी यह राज्य अपनी पहचान रखता है।
कहा जाता है की देश के 80% से ज्यादा सिल्क अकेले कर्नाटक में होता है। चंदन के उत्पादन में भी यह राज्य अन्य राज्य से आगे है। इसके साथ इस राज्य में कई कल कारखाने में स्थापित हैं।
इन काल कारखानों में हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स भारत एर्थ मुवेर्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आदि प्रमुख हैं।
कर्नाटक का भूगोल
कर्नाटक जनसंख्या के लिहाज से भारत का नौंवा सबसे बड़ा राज्य है। कर्नाटक कुल क्षेञफल 191791 वर्ग किमी में फैला है। कर्नाटक की सीमा अरब सागर से लगी है।
कर्नाटक की स्थिति अर्थात चौहद्दी की बात करें तो इसके उत्तर में महाराष्ट्र व गोवा और दक्षिण में केरल स्थित है। इसके पूरब में तेलांगना तथा दक्षिण-पूर्व में तमिलनाडु है। इसके पश्चिम में अतल गहराई लिए अरब सागर और लक्ष्यद्वीप है।
कर्नाटक राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र के करीब 20% भाग पर जंगल है। यहाँ का मौसम सालों भर बड़ा ही सुहावन रहता है। कुछ खास जगहों को छोड़कर कर्नाटक में न ही अधिक सर्दी पड़ती है और न ही अधिक गर्मी।
मई से सितंबर तक यहाँ वर्षा का मौसम रहता है। कर्नाटक की भौगोलिक स्थिति की बात करें तो यह राज्य 11031 और 18014 उत्तरी अक्षांश के मध्य 74012 और 78014 पूर्वी देशांतर के मध्य में भारतीय प्रायद्वीप के पश्चिम-केंद्रीय भाग में अवस्थित है।
इसकी अधितम लंबाई उत्तर से दक्षिण में, आंध्र प्रदेश के पश्चिम में तमिल नाडु के उत्तर-पूर्व और केरल के उत्तर में है। कर्नाटक के समुद्र-तट की सीमा की बात की जाय तो इसकी लंबाई 400 कि.मी. है।
कर्नाटक का प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है?
वैसे तो कर्नाटक में असंख्य मंदिर हैं। लेकिन यहाँ कर्नाटक के प्रसिद्ध मंदिर की सूची दी गई है।
- उडुपी श्रीकृष्ण मंदिर (Udupi SriKrishna Temple)
- महाबलेश्वर मंदिर (Gokarna Mahabaleshwar Temple)
- श्री विरुपाक्षेश्वरा मंदिर (Sri Virupaksheshwara Temple)
- अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर (Horanadu Annapurneshwari Temple)
- सुब्रमण्य मंदिर (Kukke Subramanya Temple)
- मुरुदेश्वरा मंदिर (Murudeshwara Temple)
- दुर्गापारमेश्वरी मंदिर (Kateel Durgaparameshwari Temple)
कर्नाटक की मुख्य नदियां कौन-कौन सी हैं? – Karnataka river information in Hindi
कर्नाटक की प्रमुख नदियों में कृष्णा, कावेरी, घाटप्रभा, तुंगभद्रा नदी, शरावती नदी, हेमवती और मलयप्रभा नदी का नाम आता है। कर्नाटक राज्य का सबसे बड़ा बांध तुंगभद्रा डैम है। यह तुंगभद्रा नदी पर बनी है।
इस डैम में 33 दरवाजे लगे हैं। कावेरी नदी की जानकारी की बात की जाय तो यह राज्य की सबसे प्रमुख नदी है। कावेरी नदी का उद्गम स्थान तलकावेरी, कोडागु, पश्चिमी घाट है। कावेरी नदी पर बना बांध को कण्णम्बाड़ी बांध के नाम से जाना जाता है।
कर्नाटक के प्रमुख शहर
कर्नाटक राज्य के प्रमुख शहर में बंगलुरु, मंगलौर, हुबली, मैसूर, हसन, शिवमोगा, गुलबर्गा, बेलगाम और बेल्लारी आदि के नाम आते हैं।
कर्नाटक की वेशभूषा क्या है?
कर्नाटक का पहनावा में पुरुष शर्ट व लूँगी और महिलाये पारंपरिक परिधान साड़ी पहनती है। भारत का कर्नाटक राज्य सिल्क के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है।
यहाँ की महिलायें सिल्क की साडी ज्यादा पहनती हैं। साथ ही यहाँ के लोग शर्ट पेंट और जींस भी पहनते हैं।
कर्नाटक के प्रमुख पर्यटक स्थल – Karnataka Tourist Places in hindi
कर्नाटक में घूमने के लिए कई पर्यटक स्थल मौजूद हैं। जो अपने इतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से काफी प्रसिद्ध है। कर्नाटक के प्रमुख पर्यटक स्थल के नाम हैं। :-
- मैसूर पैलेस (Mysore Palace),
- बीजापुर का गोल गुंबज (Gol Gumbaz),
- कूर्ग हिल स्टेशन (Coorg Hill Station),
- महाबलेश्वर मंदिर (Mahadeshwara Temple),
- बांदीपुर नेशनल पार्क (Bandipur National Park),
- श्रवणबगोला (shravangola )
- जोग फॉल्स (Jog Falls),
- हम्पी (Hampi),
- केशव मंदिर सोमनाथपुर
- श्रृंगेरी पीठ, शारदा, कर्नाटक (Sringeri Peeth, Sharada, Karnataka)
कर्नाटक के बारें में रोचक तथ्य – interesting facts about karnataka
- कर्नाटक भारत का 6 ठा सबसे बड़ा राज्य है।
- इस राज्य का गठन 01 नबम्बर 1956 को हुआ था।
- कर्नाटक की सीमा अरब सागर से लगती है।
- मेडिकल और इंजीयरिंग कालेज में यह राज्य सबसे आगे है।
- कर्नाटक की राजधानी बंगलूर सिलिकॉन वैली के नाम से जानी जाती है।
- कर्नाटक पनबिजली संयंत्र स्थापित करने वाला भारत का प्रथम प्रदेश है।
- कर्नाटक सिल्क और चन्दन के साबुन और तेल लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
- इस राज्य का क्षेत्रफल 1,91,791 वर्ग किलो मीटर है।
- कर्नाटक का अर्थ होता है ऊंची जमीन या भूमि।
- गठन के बक्त कर्नाटक राज्य का नाम मैसूर राज्य था।
- सन 1973 में इस मैसूर राज्य का नाम बदल कर कर्नाटक किया गया।
- कर्नाटक भारत का पहला ऐसा प्रदेश है जहां पनबिजली संयंत्र लगाये गए थे।
- राज्य के शिवानासमुद्रम में स्थापित जल विद्युत संयंत्र एशिया का ऐसा पहला संयंत्र था।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (F.A.Q)
कर्नाटक का राज्य गीत क्या है?
कर्नाटक का राज्य गीत ‘जय भारत जननी’ है।
कर्नाटक की प्रमुख फसल कौन सी है?
कर्नाटक की प्रमुख फसल में धान, ज्वार- बाजरा, मक्का, गेहॅू आदि आते हैं। इसके अलाबा यहाँ काजू, नारियल, सुपारी, इलायची, की खेती भी बड़े पैमाने पर होती है।
कर्नाटक राज्य में कितने जिले हैं।
कर्नाटक राज्य में कुल 31 जिले हैं। विजयनगर (Vijayanagara) इस राज्य का 31 वाँ जिला बना। क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा जिला वेलगावी (पुराना नाम वेलगाम) है।
कर्नाटक में कौन सी बोली बोली जाती है?
कर्नाटक में कन्नड भाषा बोली जाती है। यहाँ के 65% लोग इस भाषा का उपयोग करते हैं। इसे अलावा यहाँ कोंकणी, हिन्दी, उर्दू, तेलगु और तमिल भी बोली जाती है।
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1. कर्नाटक – विकिपीडिया
2. कर्नाटक राज्य आधिकारिक वेबसाइट
संशोधन तिथि – 14 नवंबर 22