भारत के राज्य नागालैण्ड की सम्पूर्ण जानकारी | Information about nagaland in hindi
नागालैण्ड की सम्पूर्ण जानकारी – Information about Nagaland in Hindi
नागालैण्ड भारत में पूर्वोत्तर के सेवन सिस्टर स्टेट में सबसे महत्वपूर्ण है। नागालैंड नागाओं अर्थात नागा जनजाति का निवास स्थल कहलाता है।प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से नागालैंड बड़ा ही अनुपम प्रदेश है।
इस राज्य का अधिकांश भाग पहाड़ी से घिरा है। पहले यह असम राज्य का एक हिस्सा था। लेकिन 1963 में यह प्रदेश भारतवर्ष का 16वां राज्य के रूप में सामने आया। इस प्रदेश की राजधानी कोहिमा बड़ा ही अनुपम शहर है।
नागालैंड के कोहिमा में स्थित “कोहिमा युद्ध स्मारक” दर्शनीय है। इस स्मारक के शिलालेख पर लिखा है “जब आप घर जाएं तो बाकी लोगों को भी अवगत करायें कि हमने आपके कल के लिए अपना आज न्यौछावर कर दिया”।
इस प्रदेश में अनेकों सुंदर पक्षियों की प्रजाति निवास करती है। विविधता से भरे पक्षियों के शरण स्थल होने के कारण इसे “द फाल्कन कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” भी कहा जाता है।
नागा लोग शिकार के बहुत शौकीन होते है। घरों के दीवारों पर मिथुन का सिंग लटकाकर रखना ये अपना शान समझते हैं। आईए नागालैंड के बारें में विस्तार से जानते हैं।
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नागालैंड सामान्य ज्ञान – Nagaland GK in hindi
राज्य का नाम | नागालैंड (Nagaland) |
नागालैंड की राजधानी | कोहिमा |
स्थापना दिवस | 1 नबम्वर 1956 |
नागालैंड का क्षेत्रफल | 16579 वर्ग किलोमीटर |
नागालैंड का राजकीय पशु (State Animal) | मिथुन |
नागालैंड की राजकीय पक्षी(State Bird) | ब्लीथ ट्रेगोपन |
नागालैंड की राजकीय फूल (State flower) | बुरांश |
नागालैंड की राजकीय वृक्ष(State tree ) | आल्डर (Alnus Nepalensis) |
नागालैंड के प्रथम राज्यपाल | विष्णु सहाय |
नागालैंड के प्रथम मुख्यमंत्री | पी. शीलू एओ |
नागालैंड में कुल जिले की संख्या | 12 |
राज्य में लोकसभा की कुल सीटें | 01 |
राज्य में राज्यसभा की कुल सीटें | 01 |
विधानसभा की कुल सीटें | 60 |
नागालैंड का इतिहास – Nagaland history in Hindi languag
नागालैंड का प्राचीन इतिहास – इतिहासकार नागा लोगों को भारतीय-मंगोल वर्ग के मानते हैं। नागालैंड का हिस्ट्री से पता चलता है की यहाँ के लोग 13 वीं सदी में असम के अहोम लोगों के संपर्क में आए।
हालांकि नगाओं का प्राचीन इतिहास को लेकर इतिहासकार एक मत नहीं है। अर्थात इसके प्राचीन इतिहास के बारें में कोई सटीक प्रमाण नहीं है। लेकिन नागालैंड का आधुनिक इतिहास ब्रिटिश काल के समय से पूरी तरह जाना जा सकता है।
कुछ इतिहासकार नागाओं का संबंध भारत आए मंगोलियाई समूह से जोड़ कर देखते हैं जो पूरब की ओर से प्रवास करके यहाँ बस गए। इतिहासकार के अनुसार सन 1816 में यह भूभाग बर्मा के कब्जे में आ गया और अहोम राजवंश के शासन के अधीन थे।
अंग्रेजी हुकमत के अधीन – बाद में जब भारत में अंजरेजी हुकूमत अपना पैर पसारना शुरू किया। तब उन्होंने नागालैंड पर कब्जा करना शुरू किया। यदपि नागाओं ने इस बात का जबरदस्त विरोध किया।
लेकिन वे अंग्रेजी हुकूमत के विस्तारवादी नीति और मजबूत सेना से कब तक मुकाबला कर सकते थे। इस प्रकार ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के विस्तार वादी नीति के कारण सन 1879 ई. के दौरन यह प्रदेश अंग्रेजों के कब्जे में आ गया।
लेकिन अंगरजों ने उसके रहन सहन में बिना हस्तक्षेप कीये शासन करने की नीति बनाई। ब्रिटिश सरकार ने 19वीं सदी के आसपास नगाओं के इलाके को असम के प्रशासकीय नियंत्रण में कर दिया।
नागालैंड पर ईसाई मिशनरियों के प्रभाव का इतिहास – बाद में ब्रिटिश सरकार ने एक रेग्युलेशन पास किया, जिसका नाम ‘बंगाल-ईस्टर्न फ्रंटियर रेग्युलेशन‘ था।
इस रेग्युलेशन के बाद बाहरी मैदानी इलाके के लोगों के नगा इलाकों में जाने पर पाबंदी लगा दी गई। इस इलाके में केबल अंग्रेज अधिकारी और ईसाई मिशनरियों को ही जाने की अनुमति थी।
परिणाम यह हुआ की धीरे-धीरे यहाँ पर ईसाई मिसिनरी ने अपना विस्तार करना शुरू किया। उन्होंने नागा लोगों के उत्थान के लिए कई काम किये। इसका परिणाम यह हुआ कि धीरे-धीरे नगा जनजाति ईसाई धर्म में कन्वर्ट होने लगी।
आज यहाँ की अधिकांश आवादी ईसाई धर्म को मानती है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस प्रदेश का कुछ भू-भाग जपान के कब्जे में हो गया। लेकिन बाद में अंग्रेजों ने 22 जून 1944 को जपान के अधिपत्य से इसे मुक्त करा लिया। आशा है आपको Nagaland ka itihas hindi mein अच्छी लगी होगी।
नागालैंड राज्य का गठन – Nagaland Sthapna Diwas In Hindi
जब हमारा देश आजाद हुआ तब यहाँ के लोगों और सरकार के मध्य कुछ मतभेद रहा। आजादी के बाद यह प्रदेश असम का एक हिस्सा था। लेकिन यहाँ के माँग को देखते हुए सन 1957 में नागालैंड को भारत सरकार ने इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया।
दिनांक 28 अगस्त 1962 में केंद्र सरकार द्वारा नागालैंड को पूर्ण राज्य का दर्जा वाला विधेयक पार्लियामेंट में पास हुआ। इस प्रकार नागालैंड राज्य का गठन 1 दिसम्बर 1963 को भारत के 16 वें राज्य के रूप में हुई।
भारत के इस पूर्वोत्तर राज्य में नागा जनजाति की अधिक संख्या होने के कारण ही इस राज्य का नाम नागालैंड पड़ा।
नागालैंड की राजधानी – nagaland capital in hindi
अब हम nagaland ki rajdhani kya hai उसके वारें में जानते हैं। भारत के इस पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड की राजधानी कोहिमा है। समुन्द्र टल से करीव 1495 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस शहर की प्राकृतिक सुंदरता अत्यंत ही मनभावन है।
यहाँ नागा जनजातियों के भाषा, वेशभूषा व सांस्कृतिक परंपराओं में विविधता को नजदीक से देखा जा सकता है। कोहिमा के दर्शनीय स्थल में “कोहिमा युद्ध स्मारक” पर्यटकों के बेहद खास है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरन कोहिमा के गैरिसन हिल्स पर ब्रिटेन व मित्र देशों की सेना और जापान के बीच भयंकर लड़ाई हुई। कहा जाता है की इस भयंकर युद्ध में जहाँ ब्रिटिश सेना के 12 हजार वहीं जापानी सेना के 50 हजार से भी अधिक सेना मारे गए थे।
कोहिमा युद्ध स्मारक के शीलालेख पर बहुत ही मार्मिक पंकित लिखी है।
‘When You Go Home,
Tell Them Of Us And Say,
For Your Tomorrow,
We gave Our Today’‘जब आप घर जाएं तो उन्हें हमारे बारे में बताये और कहें की उनके कल के लिए हमने अपना आज कुर्बान किया।’
नागालैंड में कितने जिले हैं?
नागालैंड में कुल 12 जिले हैं। इन जिलों के नाम हैं – दीमापुर, कैफाइर, कोहिमा, लोंगलेंग, मोकोकचुंग, मोन, पेरेन, फेक, तुएनसांग, वोखा, ज़ुन्हेबोटो और नोकलाक।
नागालैंड की अर्थव्यवस्था
नागालैंड की अर्थव्यवस्था में कृषि का अहम योगदान माना जाता है। क्योंकि नागालैंड भारत का के पहाड़ी राज्य है। यहाँ के अर्थव्यवस्था में उदोग धंधे का कोई खास योगदान नहीं है। राज्य सरकार रोजगार को बढ़ावा देने के लिए कई ठोस कदम उठा रही है।
नागालैंड की प्रमुख फसलें
इस प्रदेश की लगभग 70% आवादी की जीविका खेती पर निर्भर करती है। पहाड़ी प्रदेश होने के कारण यहाँ के पहाड़ी ढलानों पर झूम नामक खेती होती है। चावल नागालैंड का मुख्य फसल है।
इसके अलावा मक्का, बाजरा, दलहन, गन्ना और आलू, कॉफ़ी, इलायची और चाय नागालैंड की प्रमुख फसलें जानी जाती है।
नागालैंड की राजव्यवस्था
नागालैंड में करीब 1400 से ऊपर गाँव हैं। इन ग्रामों में बिभिन्न नागा जनजातियां निवास करती हैं। इन जनजातियों की अपनी अपनी अलग भाषाएं हैं।
नागालैंड के प्रमुख शहर में कोहिमा, दीमापुर, मोकोकचुंग, वोखा, ज़ुन्हेबोटो आदि नाम शामिल हैं। नागालैंड में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं। राज्य में लोकसभा और राज्यसभा की एक एक सीट है।
नागालैंड स्टेट का प्रमुख शहर दीमापुर दिल्ली गुवाहाटी मेन रूट से जुड़ी हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग 39 दीमापुर को नागलैण्ड की राजधानी कोहिमा से जोड़ता है।
नागालैंड का एकमात्र शहर दीमापुर है जो मैदानी भाग में स्थित है। दिमापुर रेल मार्ग सम्पूर्ण नागालैण्ड को भारत के अन्य राज्यों से जोड़ती है।
नागालैंड की संस्कृति – culture of nagaland in Hindi
नागालैंड संस्कृति in hindi – नागालैंड स्टेट में मिश्रित संस्कृति देखने को मिलती है। यह प्रदेश मंगोलियन और आर्य संस्कृति का संगम स्थल माना जाता है। ब्रिटिश शासन के समय इस क्षेत्र के लोग पर पाश्चात्य संस्कृति का भी गहरा प्रभाव पड़ा।
जो वर्तमान में इसके भाषा, रहन सहन और वेश-भूषा के द्वारा साफ दृष्टिगोचर होता है। नागालैंड के लोग बहुत ही साहसी, निर्भीक और युद्ध-कला में प्रवीण होते हैं। यहाँ के लोग सजने-सबरने के भी बड़े शौकीन होते हैं।
यदपि इन क्षेत्रों में पाश्चात्य संस्कृति का गहरा प्रभाव पड़ा फिर भी यहाँ के लोग अपनी मूल संस्कृति नहीं भूले हैं। नागालैंड की मूल संस्कृति वहाँ के उत्सवों, पहनावा और रहन सहन में साफ दिखती है।
नागालैंड में शादी कैसे होती हैं यह बात भी जाननी दिलचस्प है। कहा जाता है की शादी के दौरान यहाँ निवास करने वाली जनजातियों के द्वारा अलग-अलग तरह की रस्में निभाने की परंपरा है।
इस परंपरा को निभाने के बाद ही उनके विवाह को इन समुदाय के द्वारा स्वीकार किया जाता है। इस प्रकार हम देखते हैं की नागालैंड राज्य की अनोखी परंपरा यहाँ की कला और संस्कृति को और अधिक लोकप्रिय बनाती है।
नागालैंड में कितनी भाषाएँ प्रचलित हैं? – about Nagaland language in Hindi
नागालैंड की भाषा की बात की जाय तो नागालैंड की राजभाषा अंग्रेजी है। यहाँ के लोग बड़ी आवादी अंग्रेजी बोलती और समझती है। क्योंकि इस राज्य पर ब्रिटिश शासन और ईसाई मिशनरी का गहरा प्रभाव रहा है। सरकारी कामकाज में भी अंग्रेजी को प्रधानता दी जाती है।
इसके साथ ही नागालैंड में नगामीज, सेमा, फोम, अंगामी, रेंगमा, चांग, कोन्याक, लोथा आदि भाषाएँ प्रचलित हैं। नागालैंड की अधिकांश लोगों नगामीज भाषा ही बोलते हैं।
इस भाषा को राज्य की संपर्क भाषा भी कहा जाता है। यह भाषा हिन्दी, असमी, बंगला और अंग्रेजी सहित कई भाषयों का मेल से बना है।
नागालैंड का भूगोल और भौगोलिक स्थिति
नागालैंड भारत का एक पहाड़ी राज्य है। इस राज्य का अधिकांश भाग सुंदर पहाड़ी से भरा है। भारत के नॉर्थ ईस्ट में स्थित नागालैंड राज्य का कुल क्षेत्रफल 16579 वर्ग किमी है।
नागालैंड की चौहद्दी में इसकी सीमा रेखा असम, अरुणाचल प्रदेश, और मणिपुर से लगती है। भारत के इस राज्य की सीमा पड़ोसी देश म्यांमार से भी सटी है।
यह पहाड़ी नागालैंड की सबसे ऊंची पहाड़ी कहलाती है। इस पहाड़ी की विशेषता है की यह पहाड़ी नागालैंड और म्यांमार के बीच एक प्राकृतिक सीमा रेखा का काम करती है।
इस राज्य की भौगोलिक स्थिति की बात की जाय तो यह पूरब में 98 सेल्सियस तथा 96 सेल्सियस देशांतर तथा भूमध्य रेखा के उत्तर में 26.6 सेल्सियस तथा 27.4 सेल्सियस अक्षांश के मध्य स्थित है।
नागालैंड की प्रमुख नदियाँ (Rivers in Nagaland) में धनसिरी, टिज़ु, दोयांग, दिखू, मिलाक, दज़ु, लिकिम्रो, लान्ये ,दज़ुज़ा, लैंगलोंग, ज़ुंगकी आदि नाम शामिल हैं।
नागालैंड का खाना – nagaland food in hindi
नागालैंड स्टेट में पर्यटन के दौरान एक से बढ़कर एक लजीज पकवान का मजा लिया जा सकता है। नागालैंड में यहाँ के पारंपरिक भोजन का आनंद लिया जा सकता है। जो अन्य भारतीय राज्यों से अलग होता है।
नागालैंड का प्रमुख भोजन में चावल, चटनी, मांस, मछली, आदि शामिल हैं। नागा लोगों के बारें में एक चीज कही जाती है की नागा के मुख्य भोजन में पोर्क, बीफ और चिकन के साथ साथ वे सभी चीज शामिल हैं जो जमीन पर रेंगते हैं।
कहते है की नागालैंड में लोग मेढक, साँप, घोंगे, चूहे, कुत्ते, बिल्ली, गिलहरी केकड़ा, बंदर, लाल चीटियां आदि जीव को भी खाया जाता है।
Nagaland की वेशभूषा – नागालैंड का पहनावा
नागालैंड का पहनावा भारत के अन्य राज्यों से थोड़ा अलग है। नागालैंड के लोगों की पारंपरिक पोशाक इसकी संस्कृतियों और परम्पराओं का घोतक है।
नागालैंड की महिलायें एप्रन, स्कर्ट और शॉल धारण करती है। महिलायें के द्वारा धारण कीये जाने वाले स्कर्ट एक तरह की वस्त्रों की सीट होती है। इसे कमर के चारों ओर घुमाकर पहना जाता है जो कमर से लेकर पैर तक ढके रहता है।
Nagaland की वेशभूषा में लाल और काले रंग की वस्त्रों की प्रधानता है। इसके अलाबा नागालैंड की महिलायें पारंपरिक आभूषण, टैटू और अन्य गहने भी धारण करती है। नागालैंड के पुरुषों की पारंपरिक वेश-भूषा में अंगामी का नाम प्रमुख है।
नागालैंड के प्रमुख त्योहार – Festivals of Nagaland in Hindi
नागालैंड में पूरे वर्षभर त्योहार और ख़ुशी का वातावरण रहता है। इस कारण भारत के पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड को ‘त्योहारों की भूमि’ भी कहा जाता हैं।
नागालैंड में कई आदिवासी जनजातियां निवास करती है। नागालैंड में निवास करने वाली ये जनजाति समूह अपने त्योहार को एक विशेष ढंग से मानती है।
इनके द्वारा मनाये जाने वाले ( nagaland festival ) त्योहार में सेकेरनी, बुशू, मोत्सु मोंग, सुकरुन्हें और येमेशे प्रसिद्ध हैं।चूँकि नागालैंड ईसाई बहुल राज्य है। इस कारण यहाँ क्रिसमस का त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाए जाते हैं।
यहाँ मनाये जाने वाले एक और प्रसिद्ध त्योहार है, जो हॉर्नबिल फेस्टिवल के नाम से जाना जाता है। यह त्योहार प्रतिवर्ष 1 दिसंबर से लेकर 10 दिसंबर तक मनाया जाता है। इस प्रसिद्ध फेस्टिवल में यहाँ की सभी जनजातियाँ भाग लेती है।
नागालैंड आदिवासी जनजाति – Tribes of Nagaland In Hindi
नागालैंड में बिभिन्न भाषा, पोशाक और रीतिरिवाज से युक्त कई जनजातिया निवास करती हैं। लेकिन यहाँ की नागा जनजाति खास मानी जाती है। यहाँ निवास करने वाले नागा पर ईसाई मिसनरी का अधिक प्रभाव देखने को मिलता है।
राज्य के एक तिहाई नागा ईसाई धर्म को मानती है। वैसे तो नागालैंड कई जनजातियाँ पायी जाती हैं।
नागालैंड की प्रमुख जनजातियां (Nagaland tribes in hindi ) – अंगामी, आओ, कुकी, कोन्याक, खिआमनीउंगन, चाखेसांग, चांग, लोथा, फौम, पोचुरी, यिमसचुंगरू, ज़ेलिआंग, रेंग्मा, संगताम, सुमी आदि शामिल हैं।
नागालैंड के मुख्य पर्यटक स्थल -Tourist Places of Nagaland in Hindi)
नागालैंड में कई प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। लेकिन नागालैंड में पर्यटन के लिए आईपीएल (इनर लाइन पर्मिट) लेना जरूरी होता है। बिना पर्मिट के नागालैंड के एक मात्र शहर दिमापुर ही घूमा जा सकता है।
इनर लाइन पर्मिट के बारें में latest update और जानकारी के लिए सरकारी अधिकारिक वेबसाईट पर पता किया जा साकता है। इस राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में प्रमुख नाम हैं:-
कोहिमा (Kohima) युद्ध स्मारक – यह स्मारक कोहिमा युद्ध के दौरान अपने जान गवाने वाले वीर सैनिकों की याद में बनाई गई। इन सैनिकों ने सेकंड वर्ल्ड वार के दौरान कोहिमा युद्ध में लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।
- मोकोकचुंग (Mokokchung),
- तुएनसांग (Tunsang),
- घाटी (Juku Valley),
- मोन (Mon),
- माउंट सरामित (Saramit Mount),
- नागा हेरिटेज विलेज कोहिमा (Naga Heritage Village Kohima),
- शीलोई झील कोहिमा (Shiloi Lake Kohima)
नागालैंड के बारें मे महत्वपूर्ण रोचक जानकारी – Interesting fact about Nagaland in Hindi
- नागालैंड का ज्यादातर हिस्सा सुरम्य पहाड़ी से घिरा है।
- नागालैंड राज्य का गठन 1 दिसंबर 1963 हुआ।
- नागालैंड का ऑफिशियल भाषा इंग्लिश को माना जाता है।
- नागालैंड राज्य को पहले ‘नगा हिल्स तुएनसांग‘ नाम से जाना जाता था।
- राज्य के गठन के बाद इसका नाम नागालैंड किया गया।
- नागा जनजाति की अधिक आबादी के कारण इसका नाम नागालैंड पड़ा।
- 1963 में यह भारतीय संघ के 16वां राज्य के रूप में अस्तित्व में आया।
- नागालैंड राज्य का कुल क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किलोमीटर है।
- नागालैंड की सबसे ऊंची सरमती नामक पहाड़ी है। जिसकी ऊंचाई 3800 मीटर के करीब है।
- प्रतिवर्ष 1 से 10 दिसम्बर के बीच नागालैंड में प्रसिद्ध हॉर्नबिल फेस्टिवल मनाया जाता है।
- नागालैंड की सबसे तीखी मिर्च ‘भूट जोलोकिय’ का नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
- नागालैंड में अधिकांश लोग ( कुल आबादी का 88%) ईसाई धर्म को मानते हैं।
- नागालैंड में स्थित ‘सूमी बैपटिस्ट चर्च, जुन्हेबोटो एशिया का सबसे बड़ी चर्च इमारतों में से एक है।
- नागालैंड आदिवासी जनजाति में नागा, अंगामी, आओ, चाखेसांग, चांग, खिआमनीउंगन, कुकी, कोन्याक, लोथा, फौम, पोचुरी, रेंग्मा, संगताम आदि नाम आते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (F.A.Q)
नागालैंड का प्रमुख व्यवसाय क्या है?
नागालैंड के लगभग 1/3 आबादी खेती से जुड़ी है। यहाँ के लोग का मुख्य व्यवसाय खेती है। यहाँ धान की खूब पैदावार होती है। साथ ही नागालैंड भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सहयोग से मशरूम उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नागालैंड का नाम नागालैंड क्यों पड़ा?
नागालैंड राज्य को पहले ‘नगा हिल्स तुएनसांग, नाम से जाना जाता था। लेकिन 1961 में इसका नाम परिवर्तित कर नागालैंड रख दिया गया। क्योंकि यह नागा बहुल जनजाति वाला राज्य है।
क्या नागालैंड भारत का हिस्सा है?
नागालैंड भारत का अभिन्न अंग है, इसमें संदेह क्या है।
नागालैंड में राष्ट्रीय उद्यान की कुल संख्या कितनी है?
नागालैंड में राष्ट्रीय उद्यान की संख्या तीन बताई जाती है। जिसमें नागालैंड के दिमापुर के पास स्थित रंगपहर वन्यजीव अभ्यारण्य, फकीम वन्यजीव अभयारण्य और पुली बडज़े वन्यजीव अभयारण्य प्रसिद्ध हैं।
नागालैंड का प्रसिद्ध भोजन क्या है?
नागालैंड में घान की खूब खेती होती है। इस कारण यहाँ के लोगों का प्रमुख भोजन चावल है। यहाँ के लोगों के भोजन में मीट, मछली, पोर्क, बीफ और चिकन की प्रधानता होती है।
नागालैंड के बारें में विशेष जानकारी के लिए सरकारी वेबसाइट know india.gov पर विजिट किया जा सकता है।
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- नागालैंड विकिपीडिया (Nagaland wikipedia in hindi)
- देश का वह राज्य, जहां बिना ‘वीजा’ के नहीं जा सकते भारत के ही लोग-आजतक
- www.nagaland.gov.in
- Nagaland, History, Population, Map, & Capital | Britannica
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