केरल की सम्पूर्ण जानकारी | Information about Kerala in Hindi

केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI

केरल की सम्पूर्ण जानकारी – Information about Kerala in Hindi

केरल (State of India) दक्षिण भारत का सबसे प्रसिद्ध राज्य है। यह आदिगुरु शंकराचार्य की जन्मभूमि है। दक्षिण भारत के इस राज्य का नाम आजादी के पहले त्रावनकोर (Travancore) था।

Contents

लेकिन आजादी के बाद 1 जुलाई 1949 को त्रावनकोर का नाम परिवर्तित कर केरल (Kerla) रखा गया। अरव सागर के तट पर बसा केरल का प्राकृतिक सौंदर्य बड़ा ही अद्भुत है।

यहाँ भी असम और दार्जिलिंग की तरह दूर तक फैले चाय के बगान मन को आनंदित कर देती है। पहाड़ों, घाटी, समुद्र तटों, हिल स्टेशनों और हरे भरे मैदानों से अच्छादित यह राज्य पर्यटक को अपनी ओर खूब आकर्षित करती है।

सुंदर पहाड़, घने जंगल, गहरी दरिया, तथा दुर्लभ वन्यजीव इस राज्य को अलग पहचान दिलाती है। केरल की गिनती भारत के उन्नत राज्य में की जाती है।

अगम जल राशी लिए समुन्द्र तट पर बसा केरल प्राचीनकाल से ही मसालों के व्यपार के लिए प्रसिद्ध है। इस राज्य की गिनती साक्षर राज्य में की जाती है। केरल भारत का पहला राज्य है जहाँ साक्षरता दर 100% के करीव है।

केरल को प्रकृति एन विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों और जीवों से भी नवाजा है। इस लेख में केरल का इतिहास, भाषा, यहाँ के त्योहार, वेशभूषा, संस्कृति आदि का विस्तार से वर्णन किया गया है।

केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI
केरल की सम्पूर्ण जानकारी

केरल की जानकारी हिंदी में – Information about Kerala in Hindi language

राज्य का नामकेरल (अंग्रेजी में Kerala)
केरल की राजधानीतिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram)
स्थापना दिवस1 नवंबर 1956
केरल का क्षेत्रफल38863 वर्ग किलोमीटर
केरल का राजकीय पशुहाथी  
केरल की राजकीय पक्षीग्रेट हॉर्न बिल
केरल की राजकीय फूल कनिकोन्ना
केरल की राजकीय वृक्षनारियल
केरल की राजकीय फलकटहल
केरल के प्रथम राज्यपालबरगुला रामकृष्ण राव
केरल के प्रथम मुख्यमंत्रीएलामकुलम मनक्कल शंकरन नंबूदरीपाद
केरल में कुल जिले की संख्या14
राज्य में लोकसभा की कुल सीटें20
राज्य में राज्‍यसभा की कुल सीटें09
विधानसभा की कुल सीटें140 
केरल की राजभाषामलयालम

केरल का इतिहास

केरल का इतिहास काफी पुराना माना गया है। केरल का पुराना नाम केटलापूतो अथवा चेरस है। यह प्रदेश भी कई साम्राज्य और शासकों के उठापटक का गवाह रहा है।

यहाँ शासन करने वाले चेरा साम्राज्य को केरल के प्रथम साम्राज्य की संज्ञा दी जाती है। अति प्राचीन काल से ही केरल दुनियाँ में मशालों की खेती के लिए प्रसिद्ध रहा है।

मसालों के अत्यधिक पैदावार और निर्यात के कारण केरल ने विश्व के व्यापारियों को यहाँ आने के लिए आकर्षित किया।

फलतः मसालों के व्यापार के लिए 15 वी शताब्दी में सबसे पहले पुर्तगाली यहाँ आये। उसके बाद अंग्रेज, ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से केरल में व्यपार करने आये।

अंग्रेजों ने अपनी सूझ-बुझ से व्यपार करते-करते यहाँ के शासक बन गये। कलांतर में उन्होंने केरल सहित पूरे भारत पर अपना अधिकार कर लिया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान केरल दो प्रांतीय राज्य त्रावणकोर और कोची थे।

बाद में इन दोनों को मिलकर थिरु-कोच्ची नामक राज्य का गठन किया गया। जैसा की आप जानते हैं की दक्षिण भारत के इस राज्य का आजादी पूर्व नाम त्रावनकोर (Travancore) था। लेकिन इसका नाम आजादी के बाद परिवर्तित कर केरल किया गया।

केरल की सांस्कृतिक इतिहास पर नजर डालें तो यहाँ पर मुस्लिमों और ईसाई मिशनरी का व्यापक असर रहा। कहते हैं की मुस्लिम यहाँ अरब से आये थे। क्रिश्चियन और मुस्लिम ने अपने-अपने धर्मों का खूब प्रचार किया।

आज भी केरल के सामाजिक परिवेश में इसका प्रभाव स्पष्ट दिखाई देती है। केरल जहाँ हिन्दू मंदिर के लिए प्रसिद्ध है वहीं कई प्रसिद्ध चर्च और मस्जिद भी दर्शनीय हैं।

केरल की राजधानी

केरल की राजधनी तिरुअनंतपुरम (पुराना नाम त्रिवेन्द्रम) है। कैपिटल ऑफ केरल, तिरुअनंतपुरम प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से बड़ा ही अनुपम शहर है। यहाँ के पद्मनाम मंदिर दुनियाँभर में प्रसिद्ध है।

केरल के जिले (Districts of Kerala in Hindi)

केरल में कुल 14 जिले है। इन जिलों के नाम हैं।

  1. थिरुवनंतपुरम,
  2. कन्नूर,
  3. अलाप्पुज्हा,
  4. कासरगोड,
  5. पलक्कड़,
  6. पठानमथित्ता,
  7. मलप्पुरम,
  8. कोज्हिकोड़े,
  9. एर्णाकुलम,
  10. वायनाड,
  11. कोट्टयम,
  12. इडुक्की,
  13. थ्रिस्सुर,
  14. कोल्लम।

केरल राज्य की संस्कृति – information about Culture of Kerala in hindi

केरल अपनी खास तरह की परंपराएं और संस्कृति के लिए जाना जाता है। केरल की संस्कृति अपने अंदर कई संस्कृति का मिश्रण है। लंबे समुन्द्री तट रेखा और मसालों के लिए प्रसिद्ध केरल प्राचीन काल से ही व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है।

केरल में अरव से मुस्लिम आकार वसे उसेक बाद यहाँ पर पुर्तगाली और अंग्रेज आये। अंग्रेजों के आने से यहाँ ईसाई मिशनरी ने व्यापक असर पड़ा। इस कारण यहाँ हिन्दू के साथ बहुत बड़ी संख्या में मुस्लिम और ईसाई धर्म के मानने वाले हैं।

इस कारण केरल में भारतीय और पश्चिमी संस्कृति का मेल सहज ही दृष्टिगोचर होता है। केरल के लोग मलयालम के साथ अंग्रेजी खूब प्रयोग करते हैं। पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव माना जा सकता है की केरल में शत प्रतिशत लोग शिक्षित हैं।

केरल राज्य की संस्कृति और परंपरा को यहाँ के लोगो की वेशभूषा, खानपान, त्यौहार, कला और संस्कृति, संगीत व नृत्य में साफ दिखता है।

केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI
केरल की सम्पूर्ण जानकारी – Complete Information about Kerala in Hindi

केरल की भाषा

केरल की भाषा मलयालम है। भारत की राजभाषाओं में मलयालम भाषा सम्मिलित है। इसके अलाबा यहाँ अंग्रेजी भाषा को भी प्राथमिकता दी जाती है।

केरल का भूगोल  

भारत का राज्य केरल का एरिया 38863 वर्ग किलोमीटर तक फैला है। केरल क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से भारत  का 13 वां राज्य है। केरल की चौहद्दी में इसके उत्तर में कर्नाटक तथा दक्षिण में तमिलनाडु स्थित है।

साथ ही इसके पूरब में भी तमिलनाडु और पश्चिम में हिन्द महासागर स्थित है। इस राज्य में करीब 590 किमी लंबी समुन्द्री तट रेखा मौजूद है। जिसके किनारे कई प्रसिद्ध बंदरगाह मौजूद हैं।

केरल की प्रमुख नदियों में मणिमाला, भरत अपुज़ा, काबिनी, कावेरी, पेरियार, पंपा, चलियार, नेन्नार आदि नाम प्रसिद्ध हैं।

मसालो की खेती के लिए प्रसिद्ध केरल में काली मिर्च, इलाइची, दालचीनी की खूब पैदावार होती है। इसके अलाबा कॉफी, काजू, नारियल, चावल, रबड आदि भी केरल की मुख्य फसल कहलाती है।

केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI
केरल मशालों की खेती और चाय बगानों के लिए प्रसिद्ध

केरल के प्रमुख शहर

केरल के प्रमुख शहर में तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, कोच्चि, त्रिशुर, कन्नूर, कोट्टम, पलक्कड और कोल्लम के नाम ज्यादा लोकप्रिय हैं। केरल का यह शहर इतिहासिक दृष्टिकोण से काफी महत्व रखता है।

केरल के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल – Tourist places in Kerala in Hindi

पर्यटन की दृष्टिकोण से केरल भारत का एक प्रसिद्ध राज्य है। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थलों (केरल टूरिस्ट प्लेस) में प्रमुख नाम हैं।

  • त्रिवेन्द्रम,
  • कोजीकोड (Kozhikode),
  • कन्नूर (Kannur), 
  • बेकल (Bekal),
  • वायनाड (Wayanad),
  • थ्रिसुर (Thrissur),
  • एर्नाकुलम (Ernakulam)

केरल का प्रमुख त्योहार

केरल का प्रमुख त्योहार ओणम है। फसल कटने की खुशी में इस त्योहार को पूरे केरल में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। कहते हैं की केरल के लोग बड़े ही धर्मनिष्ठ होते हैं।

केरल के विभिन्न समुदाय के लोग एक दूसरे के उत्सव में भरपूर साथ देते हैं। ओणम के मौके पर यहाँ नौका रेस का आयोजन देखते ही बनता है। केरल का नौका दौड़ प्रतियोगिता समूचे विश्व में प्रसिद्ध है।

केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI
केरल का नौका रेस (boat race in Kerala)

इसके अलाबा यहाँ के लोग नवरात्र उत्सव, पेरियार नदी के तट पर महाशिवरात्रि, क्रिसमस, रमजान, बकरीद आदि त्योहार बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं।

केरल का मुख्य व्यवसाय

केरल के लोगों की मुख्य व्यवसाय खेती है। केरल मसालों के खेती के लिए विश्व विख्यात है। इसके साथ ही केरल में काजू, नारियल, अदरख, चाय की भी खूब पैदावार होती है। केरल के समुन्द्री तट के लोगों का मुख्य व्यवसाय मछली पालन है।

केरल के प्रसिद्ध उद्योग धंधे

केरल एक कृषि प्रधान राज्य है। इस कारण यहाँ कृषि पर आधारित उद्योग सबसे प्रसिद्ध है। केरल में चाय, काजू और रबड़ महत्‍वपूर्ण उद्योगों में शामिल है।

इसके अलावा केरल के प्रमुख उद्योगों में चीनी मिट्टी के बर्तन, इलेक्‍ट्रॉनिक उपकरण, रासायनिक उर्वरक उद्योग, सूती वस्त्र, नारियल जटा उद्योग, तटीय क्षेत्र में पेट्रोलियम उद्योग आदि सम्मिलित हैं।

केरल का पहनावा – information about kerala dress in hindi

केरल की वेशभूषा की बात की जाय यह दक्षिण भारत के अन्य राज्यों से मिलता जुलता है। केरल राज्य की पारंपरिक पोशाक को मंडू कहा जाता है।

केरल की महिलायें साड़ी पहनती है जिसे मुंडम नेरियथम के नाम से जाना जाता है। केरल के लोग धोती पहनते हैं, केरल में इसे मंडू कहा जाता है जो कमर के नीचे पहना जाता है।

वे शरीर के ऊपर कंधे पर तौलिया की तरह एक चादर रखते हैं। लेकिन आजकल का युवा वर्ग शर्ट, पेंट और जींस पहनना ज्यादा पसंद करते हैं।

केरल के प्रसिद्ध भोजन – information about kerala food in hindi

केरल का खाना की बात की जाय तो यहाँ धान की खेती बहुत उपज होती है। इस कारण केरल के लोगों का मुख्य भोजन चावल है। इसके तटीय इलाके में मछली भी प्रिय भोजन है।

यहाँ के प्रिय भोजन में नादान कोझी वरुथु (Nadan Kozhi Varuthathu) का नाम भी आता है।

केरल का रहन सहन

केरल के लोग बड़े ही नेक दिल इंसान होते हैं। केरल के लोगों का रहन सहन भारत के अन्य राज्यों से थोड़ा भिन्न है। यहाँ के लोग पक्के मकानों में रहते हैं। लोगों के आय का मुख्य स्रोत खेती है।

यहाँ मसालो की खेती, चाय, नारियल, रबड़ और समुन्द्र से मछली पकड़ना प्रमुख व्यवसाय है। साथ ही इस राज्य के बड़ी संख्या में लोग विदेशों में भी काम करते हैं।

केरल के लोक नृत्य

केरल राज्य का पारंपारिक नृत्य (Dance of Kerala)   कथकली है। इस नृत्य की उद्भव पुराने समय में राज दरवार से मानी जाती है। इसके अलावा इस राज्य के लोग गीत और  संगीत में भी समृद्ध माने जाते हैं।

केरल सिनेमा के क्षेत्र में भी हमेशा गुणवत्तापूर्ण फिल्म प्रदान करता रहा है। केरल की कथकली एक शैलीबद्ध शास्त्रीय भारतीय नृत्य है। जो अपनी एक पहचान रखती है।

केरल के प्रसिद्ध मंदिर

  • केरल के प्रसिद्ध पद्मनाभस्वामी मंदिर
  • केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर

केरल के राष्ट्रीय उद्यान

केरल के राष्ट्रीय उद्यान के नाम इस प्रकार हैं: –

  1. पेरियार वन्यजीव अभयारण्य, इडुक्की
  2. इडुक्की वन्यजीव अभयारण्य, इडुक्की
  3. एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, इडुक्की
  4. साइलेंट वैली नेशनल पार्क, पलक्कड़
  5. चिनार वन्यजीव अभयारण्य, इडुक्की
  6. कुमारकोम पक्षी अभयारण्य, कोट्टायम

केरल के बारे में कुछ रोचक तथ्य – Interesting facts about Kerla in Hindi

  • केरल भारत का पहला पूर्ण साक्षर राज्य है।
  • यहाँ की साक्षरता दर 96% से अधिक है।
  • केरल में कुल 44 नदियाँ बहती हैं।
  • मसालों के उत्पादन और निर्यातक में अग्रणी राज्य
  • केरल का पुराना नाम त्रावनकोर था।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (F.A.Q)

  1. केरल का पुराना नाम क्या है? (Old Name of Kerala)

    केरल राज्य का प्राचीन नाम केटलापूतो अथवा चेरस था।


  2. केरल में कौन सी भाषा बोली जाती है?

    केरल में मलयालम भाषा बोली जाती है। भारतीय संबिधान की अनुसूची में मलयालम भाषा शामिल है।

  3. केरल की राजधानी क्या है?

    केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम है। यह पहले त्रिवेंद्रम के नाम से जाना जाता था।

  4. केरल के अगस्त्यकुड़म शिखर पर चढ़ने वाली प्रथम महिला है?

    केरल के 1868 मीटर ऊंची अगस्त्यकुड़म शिखर पर चढ़ने वाली प्रथम महिला का नाम ‘धन्या सानल’ है। धन्या सानल ने 19 फरवरी 2019 इस शिखर पर चढ़ने में सफलता पाई।

  5. केरल किसलिए प्रसिद्ध है?

    केरल की सम्पूर्ण जानकारी | INFORMATION ABOUT KERALA IN HINDI

    केरल अपने भौगोलिक परिदृश्य, सुंदर समद्र तटों, चाय एक उत्पादन, आकर्षक हाउसबोट्स, प्रसिद्ध मंदिर और अपनी अद्भुत संस्कृति और विरासत के लिए प्रसिद्ध है।




अगर आप केरल की सम्पूर्ण जानकारी ( Information about kerala in Hindi) का गूगल पर सर्च कर रहे हैं तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है।

Share This Article
Leave a comment